रायपुर : सीएम भूपेश बघेल ने सीएम हाउस से निमोरा में नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम ने प्रशिक्षण मॉड्यूल का विमोचन किया.सीएम ने कार्यक्रम में जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जरिए बातचीत की. कार्यक्रम में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव भी मौजूद रहेंगे.
कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि राज्य में कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के संकटकाल से निपटने के लिए शासन के साथ-साथ पंचायती राज प्रतिनिधियों ने गांव-गांव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. गांव में स्थापित क्वॉरेंटाइन सेंटरों में कोरोना से प्रभावित और बाहर से आने वाले लोगों के भोजन-पानी और उनके ठहरने के लिए बेहतर इंतजाम किए गए थे.
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महिलाओं को भरपूर अवसर मिल रहे
कार्यक्रम में सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरबा, बीजापुर, बालोद, गीदम-दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा), सरगुजा, पाटन-दुर्ग, जशपुर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के पंचायत प्रतिनिधियों से चर्चा की. इस दौरान वहां संचालित विकास संबंधी जानकारी भी ली. उन्होंने छत्तीसगढ़ में नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों में से आधे से अधिक महिलाओं के होने पर खुशी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि इससे राज्य में महिलाओं को भी आगे बढ़ने के लिए भरपूर अवसर मिलने लगा है. मंत्री सिंहदेव ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों पर गांव के सम्पूर्ण विकास की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है. वे अपने अधिकारों और दायित्वों का ग्रामीणों के हित में अधिक से अधिक उपयोग करें.
ग्राम पंचायत और प्रतिनिधि
- प्रदेश के पंचायती राज संस्थाओं में कुल 1 लाख 75 हजार 488 प्रतिनिधि निर्वाचित हुए हैं.
- इनमें से 27 जिलों के 400 जिला पंचायत प्रतिनिधियों में 221 महिला तथा 179 पुरूष प्रतिनिधि शामिल हैं.
- इसी तरह 146 जनपद पंचायतों के 2 हजार 979 जनपद पंचायत प्रतिनिधियों में 1597 महिला तथा 1382 पुरूष प्रतिनिधि शामिल हैं.
- वहीं 11 हजार 664 ग्राम पंचायतों के 1 लाख 72 हजार 109 ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों में 88 हजार 766 महिला और 83 हजार 343 पुरुष प्रतिनिधि शामिल हैं.