रायपुर: केंद्र और राज्य सरकार के बीच धान खरीदी को लेकर खींचतान मची है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के साथ दिल्ली जा रहे हैं, जहां वे केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान से मुलाकात करेंगे. सीएम फिर केंद्र सरकार के सामने 2500 रुपए क्विंटल धान खरीदी की मांग रखेंगे. जिससे किसानों का सम्मान हो.
सीएम ने कहा कि,' छत्तीसगढ़ सरकार धान खरीदेगी लेकिन हर साल केंद्र सरकार चावल खरीदती रही है. सीएम ने कहा कि वो केंद्रीय मंत्रियों को ये समझाने जा रहे हैं कि 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदने से अर्थ व्यवस्था नहीं बिगड़ेगी, इससे बाजार का संतुलन नहीं बिगड़ेगा. सीएम ने कहा कि वर्ष 2000 से हर साल भारतीय खाद्य निगम छग का चावल खरीदता रहा है लेकिन इस बार रोक लगाई जा रही है'.
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 'वे पहले भी प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं, खाद्य मंत्री से मिल चुके हैं. उनके पत्र का जो जवाब है वो ये है कि अगर सरकार 2500 रुपए में धान खरीदेगी तो बाजार की स्थिति गड़बड़ा जाएगी और संतुलन बिगड़ेगा'.
नहीं बिगड़ेगा बाजार का संतुलन: बघेल
सीएम ने इशारों-इशारों में तंज कसते हुए कहा कि किसानों से 2500 रुपए क्विंटल धान खरीद लेने से बाजार नहीं पिछड़ जाएगा. उन्होंने केंद्र को गिनाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी, 2500 रुपए क्विंटल धान करने के बाद, 4 हजार प्रति मानक बोरा तेंदुपत्ता खरीदने के बाद, 35 किलो चावल हर परिवार को देने के बाद, 400 यूनिट बिजली बिल आधा करने के बाद हर छत्तसीगढ़वासी की क्रय शक्ति बढ़ी है, मंदी नहीं है. केंद्र सरकार इस मामले में छत्तीसगढ़ सरकार का अनुसरण कर ले.
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