रायपुर: चुनावी साल आते ही छत्तसीगढ़ का राजनैतिक पारा लगातार चढ़ रहा है. राज्य में ईडी और आईटी की रेड को लेकर अक्सर भाजपा और कांग्रेस भिड़ते नजर आते हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर ईडी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि "ईडी ने कांग्रेस के जितने लोगों के खिलाफ अब तक छापे मार कार्रवाई की है, उनके यहां से जब्ती की जानकारी क्यों नहीं दे रही है."
ईडी जारी नहीं कर रही प्रेस रिलीज: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "किसके किसके नाम से कितनी जब्त हुई, रामगोपाल के यहां कितनी जब्ती हुई , गिरीश देवांगन के यहां कितनी जब्ती हुई, सनील अग्रवाल के यहां कितनी जब्ती हुई, आरपी सिंह के यहां क्या और कितना मिला, विनोद तिवारी के यहां कितना मिला. ये विभाग कब बताएगा. जो व्यापारी है, जो उद्योगपति है, उसके यहां तो पैसा मिलेगा ही. लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं के यहां छापा मार कार्रवाई किए हैं, तो उनके यहां क्या कितनी कितनी राशि आपने जब्त की है. एक एक का बताएं."
रमन सिंह पर कसा तंज: सीएम ने हालही में ट्वीट कर लिखा था कि जहां चुनाव होता है, चुनाव से पहले हर राज्य में भाजपा ED- IT-CBI को कहती है "मुझे बचाने जलूल-जलूल आना". इस पर सीएम ने कहा कि "रमन सिंह 15 साल सत्ता में रहे और आरबीआई, 2019 में यह रिपोर्ट जारी करता है कि छत्तीसगढ़ में 40 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं. 15 साल तक आप लूटते रहे, लोगों को गरीब से और गरीब बनाते रहे. उनके लिए जो करते रहे वे मालदार होते चले गए, पैसे वाले होते गए, हम लगातार यह बोल रहे हैं कि इनके यहां छापा क्यों नहीं डालते. पूरा चावल खा गए, चावल घोटाला हो गया."
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "रमन सिंह तो स्वीकार कर चुके हैं कि 1 साल कमीशनखोरी बंद कर दो 30 साल तक राज करो. इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है. इसलिए मैं कह रहा हूं कि ईडी, भारतीय जनता पार्टी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं. आप 15 साल से जो लूटे हैं, उसकी जांच कब करेंगे. किसी व्यापारी उद्योगपति के यहां छापा मारते हो तो उनके पास चल अचल संपत्ति होगी, उससे हमें क्या लेना देना. हमारे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के यहां रेड डाले गए. वहां क्या मिला यह आप अपने विज्ञप्ति में जरूर जारी करें कि इन नेताओं के यहां इतनी राशि जब्त की गई."
"सबसे बड़ी आदालत जनता की": ईडी की रेड लगातार हो रही है, इसका चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "सबसे बड़ी अदालत जनता की अदालत है. जनता देख रही है छत्तीसगढ़ में जो काम करने वाली सरकार है, जो राजस्व में वृद्धि कर रही है और वितरण भी कर रहे हैं. चाहे राजीव गांधी किसान न्याय योजना हो ,श्रमिक के लिए योजनाएं हो या बेजोरगारी भत्ता. सबके मानदेय में वृद्धि भी कर रहे हैं. समर्थन मूल्य भी हम दे रहे हैं, पैसा भी दे रहे हैं. 15 साल में रमन सिंह ने कुछ नहीं किया उसके बाद भी हमारी आर्थिक व्यवस्था बढ़िया है. रेवेन्यू कितना आया? भाजपा के समय ₹3900 करोड़, कांग्रेस के समय ₹6000 करोड़."
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "भारतीय जनता पार्टी के जितने राज्य हैं, देखिए सबने कर्जा लिया. हजारों करोड़ का कर्जा लिया है. हमारे छत्तीसगढ़ में हमने लगातार मंत्रियों के साथ अधिकारियों के साथ बैठकर हमने योजना बनाई. रमन सिंह ने 15 साल में जितने वित्तीय संसाधन है, उसे अपने मित्रों को बांटने का काम किया. सब में भ्रष्टाचार किया उनके लोग बड़े होते गए, संपन्न होते गए और छत्तीसगढ़ के लोग गरीब होते गए. बात इतनी है कि इनको बर्दाश्त नहीं हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी सीधे नहीं लड़ पा रही है तो ईडी, आईटी ये सब लगा रही है. उनके एजेंट की तरह काम कर रहे है."
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर किया पलटवार: नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि 2 हज़ार करोड़ का शराब घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला है, कोल घोटाला और शराब का पैसा दूसरे राज्य में गया है, मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तफा दे देना चाहिए. इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "2 हज़ार करोड क्यों 20 हज़ार करोड़ कर देते. लेकिन आपने किसी की चल अचल संपत्ति जब्ती ही नहीं की. आपको बताना पड़ेगा कि पैसा कहां हैं, क्या आप सिर्फ हवा में बात करेंगे. जबकि हम बता रहे हैं कि लॉक डाउन था, कोरोना काल था, उसमें भी हमने राजस्व में वृद्धि की है. यह डेढ़ गुना है."
यह भी पढ़ें: Coal Levy Scam: छत्तीसगढ़ में ईडी एक्शन की इनसाइड स्टोरी, जानिए अब तक क्या क्या हुआ ?
ईडी के डायरेक्टर का टेन्योर बढ़ा दिया गया है. इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "ईडी डायरेक्टर का टेन्योर बढ़ाया गया है तो बढ़ाया गया है, तो उसका पेमेंट भी कर रहे हैं. पेमेंट यही है कि जहां विरोधी दल के लोग बैठे हैं, उसको सताओ, उनको टारगेट दिया गया है. इसलिए बढ़ा है टैन्योर."