रायपुरः ETV भारत लगातार लोगों से मिट्टी के दीये खरीदने की अपील कर रहा है. इससे हमारी दिवाली के साथ उन दियों को बनाने वाले कुम्हारों के घरों में भी रोशनी हो सके. छत्तीसगढ़ के मुंगेली, धमतरी, बेमेतरा जिला प्रशासन ने इसके लिए सराहनीय कोशिश की है. लेकिन अब प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने भी इस मुहिम में कुम्हारों की मेहनत को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेशवासियों से मिट्टी के दिये खरीदने की अपील की है.
आधुनिकीकरण ने जहां लोगों को नई-नई चीजों से मुखातिब कराया है और विश्व स्तरीय बाजार में भी बहुत तेजी से उछाल आया है. आधुनिकता से लोगों की जिंदगी आरामदायक जरूर बन गई है. लेकिन इसकी वजह से हमारी पुरातन संस्कृति पीछे छुटती जा रही है. आज ग्लोबलाइजेशन के समय में दिवाली की दिये की चमक फिकी होती जा रही है.
आधुनिकता ने छीनी दीये की रोशनी
आधुनिकता के साथ ही दीयों की जगह चाइनीज लाइट्स ने ले ली है. जिसे सबसे ज्यादा नुकसान कुम्हारों को हुआ है. नए बाजार ने कुम्हारों के सामने रोजी-रोटी का बड़ा संकट खड़ा किया है. मोमबत्तियों और लाइट्स को हमने इतनी जगह दे दिया है कि दिये की लौ कम होते जा रही है. जिन कुम्हारों की वजह से कभी हमारा घर रोशन हुआ करते थे. आज उनके घरों में अंधेरा और मायूसी छा गई. लेकिन इस बार लोगों में जागरूकता देखने को मिल रही है.
मुहिम बढ़ा एक कदम आगे
छत्तीसगढ़ सरकार ने ETV भारत की इस मुहिम को एक कदम आगे बढ़ाते हुए, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्वीटर के माध्यम से प्रदेशवासियों से इस दिवाली मिट्टी के दिये जलाकर घरों को रोशन करने का अपील की है. जिससे दीये बनाने वाले कुम्हारों के घरो में भी त्योहार के दिये जगमगा सके. साथ ही स्थानीय प्रशासन को उनसे किसी प्रकार से टैक्स नहीं लेने का आदेश जारी किया है.