जयपुर. नीट और जेईई की परीक्षाओं को आगे खिसकाने और राज्यों की आर्थिक स्थिति को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित चारों राज्यों के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सहयोग से बनी सरकारों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की.
वीसी में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर प्रदेश में मचे सियासी संग्राम के बाद बची सरकार का जिक्र किया. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि करोना संकट में राज्य सरकार आर्थिक स्थिति के चलते चारों ओर से घिरी हुई है, लेकिन केंद्र सरकार को इसकी फिक्र नहीं है. केंद्र सरकार को तो केवल इस बात की परवाह है कि सरकार कैसे गिराएं.
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से कर्नाटक, मध्यप्रदेश में खेल खेला गया. राजस्थान की बारी में सब के आशीर्वाद से सरकार बच गई. अब सुनते रहते हैं कि महाराष्ट्र, झारखंड की भी बारी लगाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे हालातों में हर कोई सोच सकता है कि कैसे हम सरकार चला रहे हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आईटी, सीबीआई, ईडी का दुरुपयोग जिस तरीके से हो रहा है, उसका दबाव सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी महसूस कर रहे हैं.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह 1 महीने से लंबे समय तक सरकार बचाने की लड़ाई लड़ी और सफल हुए. उन्होंने ऐसा काम करने वालों को पटखनी भी दी है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कर्नाटक और अन्य जगह सरकार गिराने में वह शक्तियां सफल हुई.
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लेकिन राजस्थान में असंवैधानिक कृत्य करने में अशोक गहलोत ने उन्हें रोक दिया. इस काम के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत और कांग्रेस विधायकों को बधाई भी दी. भूपेश बघेल ने कहा कि इसी तरीके से फेडरल सिस्टम बनाए रखने पर हम सब को मिलकर काम करना होगा.