मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार रात दिल्ली दौरे से रायपुर लौटे. यहां उन्होंने पत्रकारों से कहा कि दिल्ली में AICC की बैठक में धान खरीदी के मुद्दे पर चर्चा हुई. 30 नवंबर को भारत बचाओ रैली में धान खरीदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा जाएगा.
'धान खरीदी का समय यथावत रहेगा'
बीजेपी की तरफ से धान खरीदी की तारीख को लेकर उठाए गए सवाल पर भी सीएम ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि 'धान खरीदी का समय यथावत रखा गया है. 1 दिसंबर से 15 फरवरी तक धान खरीदी की जाएगी. अभी अतिरिक्त धान जो है उसको किसान बेचेंगे. सीएम बघेल ने धान खरीदी की तारीख को बढ़ाने का कारण भी बताया. उन्होंने कहा कि अभी खेत गीला है. खेत-खलिहान में ट्रैक्टर नहीं पहुंच पा रहा है. धान संग्रहण केंद्र भी गीला है. जिसकी वजह से धान खरीदी का समय बढ़ाया गया. नहीं तो हमको खरीदने में क्या तकलीफ है.
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धान खरीदी के मुद्दे पर सीएम ने भाजपा पर हमला बोला. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि 'इन्होंने 15 साल सत्ता में रहते हुए क्या किया. अगर 2014 में प्रतिबंध लगाया गया तो इतने साल इन्होंने क्या किया. उन्होंने कहा कि इस विषय को हर मंच पर उठाया जाएगा'.
सीएम ने धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात का किया जिक्र
सीएम बघेल ने दिल्ली दौरे में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात का जिक्र किया. और उनसे बायो फ्यूल पर हुई चर्चा को सकारात्मक बताया. बघेल ने कहा कि 'मंत्री ने हमारी मांग पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया है'. धान से बायो फ्यूल तैयार करने वाले प्लांट से फायदा होगा ओर प्रदेश के लोगों को रोजगार मिलेगा.
सीएम भूपेश बघेल ने वन अधिकार कानून को लेकर रायपुर पहुंचे आदिवासियों के हक की वकालत की और कहा कि 'उनकी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में है, हम तो आदिवासियों को हक देने के पक्ष में ही थे'.