रायपुर: भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ का बजट विधानसभा में पेश किया. इस बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का इरादा दिखाई दिया. इसके अलावा चुनावी साल से पहले जनता को ध्यान में रखते हुए कई बड़ी घोषणाएं की गई. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 का अपना चौथा बजट बुधवार को पेश किया. मुख्यमंत्री ने सबसे बड़ी सौगात सरकारी कर्मियों को दी है. पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने की घोषणा की है. वहीं आमजन को राहत देते हुए किसी भी नए टैक्स को नहीं लगया गया है. सीएम ने इस बार 1 लाख 4 हजार करोड़ का बजट पेश किया है. इससे स्थापना व्यय बढ़ेगा.
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ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती-सीएम बघेल
बजट पेश करने के बाद सीएम भूपेश बघेल मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने इस बजट को सभी वर्गों का बजट बताया. सीएम के इस बयान पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने पलटवार किया है. रमन सिंह ने कहा है कि यह बजट निराशाजनक है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि, आम जनता के जेब में पैसा जाना चाहिए . चाहे वह गरीबो, किसान, मजदूर या आदिवासी हों. सबके जेब में पैसा जाना चाहिए. इसलिए रूलर इंडस्ट्रियल पार्क तो बनाया जा रहा है. इससे गांधी जी का ग्राम स्वराज का जो सपना है वह साकार होगा.
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रमन सिंह ने बघेल सरकार के बजट को छलावा बताया
वही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बघेल सरकार के बजट को दिशाहीन और निराशा से भरा बजट करार दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, भूपेश बघेल सरकार का बजट बिना आत्मा के शरीर, बिना पानी की नदी, बिना ऊंचाई के पहाड़ और फूले हुए गुब्बारे जैसा है. इसमें न तो दूरदर्शिता है और न ही दृष्टिकोण है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस बजट में महिलाओं, बेरोजगार युवाओं, किसानों, मजदूरों, बुजुर्गों और बेटियों के लिए निराशा के सिवाय कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल सरकार हवा में उड़ रही है. इस सरकार ने हवा हवाई बजट पेश किया है और जनता के साथ छलावा किया है.