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पहले से तबीयत खराब होती तो धान खरीदी केंद्र नहीं पहुंचता किसान, मौत पर सियासत न करे बीजेपी: CM भूपेश - रायपुर न्यूज

राजनांदगांव में धान बेचने पहुंचे किसान की हार्ट अटैक से मौत के बाद प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है. विपक्ष सरकार पर हमलावर बना हुआ है. अब सीएम भूपेश ने भी भाजपा को इस मुद्दे पर सियासत नहीं करने की नसीहत दी है.

CM Bhupesh Baghel advised BJP not to do politics on farmer death
सीएम भूपेश बघेल की बीजेपी को नसीहत
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Published : Dec 10, 2020, 6:41 PM IST

Updated : Dec 10, 2020, 6:56 PM IST

रायपुर: राजनांदगांव के घुमका धान खरीदी केंद्र में किसान की मौत मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को राजनीति नहीं करने की नसीहत दी है. सीएम ने कहा कि मौत को रोकना किसी के बस में नहीं है. घटना दुखद है. बीजेपी को इस पर राजनीति नहीं करना चाहिए.

सीएम भूपेश बघेल की बीजेपी को नसीहत

सीएम की बीजेपी को नसीहत

मुख्यमंत्री ने आगे कहा है कि किसान की तबीयत खराब होती तो धान लेकर खरीदी केंद्र नहीं पहुंचता. सीएम ने कहा कि अगर कोई दोषी है तो कार्रवाई जरूर होगी. एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि विपक्ष की कार्यशैली काफी दुखदायी है. किसी की मौत पर खासकर किसान की मौत पर राजनीति करना बीजेपी की ओछी हरकत को दर्शाता है.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि गिरदावरी में यदि किसी किसान का नाम छूटा है तो उसको जोड़ने के निर्देश दे दिए गए हैं. सीएम ने कृषि कानूनों को लेकर भी केंद्र पर हमला बोला उन्होंने कहा कि एक तरफ किसानों के लिए काले कानून बनाए जाते हैं और दूसरी तरफ नए संसद भवन का शिलान्यास किया जा रहा हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद नए संसद भवन का शिलान्यास किया जा रहा है.

पढ़ें: राजनांदगांव: धान बेचने खरीदी केंद्र पहुंचे किसान की हार्ट अटैक से मौत

खरीदी केंद्र में हार्ट अटैक से किसान की हुई मौत

मंगलवार को घुमका धान खरीदी केंद्र में धान बेचने पहुंचे किसान करण साहू की मौत हो गई है. मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि रिश्वत लेने के चक्कर में धान को खराब बताया गया. किसान के बेटे ने इसके लिए धान खरीदी केंद्र के प्रभारी को दोषी ठहराया है और जांच की मांग की है.

किसान के परिजनों ने आरोप लगाया है कि सोसायटी में धान लेकर पहुंचे किसान के धान को खराब बताया गया. इसके बाद किसान की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई. मृतक करण साहू के बेटे दीपक साहू ने बताया कि उसके पिता टोकन के आधार पर सुबह 10 बजे 1 कट्ठा मसूरी और 23 कट्ठा 1010 किस्म की धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंचे थे. इस दौरान समिति के लोगों ने 1010 किस्म के धान की क्वॉलिटी को खराब बताया और तौलाई के लिए 500 रुपए की मांग की. ऐसा सुनते ही किसान को सदमा लगा और उसकी मौत हो गई. परिजनों ने इसकी शिकायत गुफा थाने में की है.

पढ़ें: किसानों की मौत के जिम्मेदार भूपेश बघेल और उनकी सरकार: रमन सिंह

किसान की मौत के बाद विपक्ष हुआ हमलावर

राजनांदगांव में किसान की मौत के बाद बीजेपी प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने किसान की मौत के लिए भूपेश बघेल सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान परेशान है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसानों से धान खरीदी के नाम पर छल किया है. कुछ समय पहले ही कोंडागांव में भी किसान की मौत हुई थी. राजनांदगांव में किसान की धान खरीदी केंद्र में ही मौत होना बेहद दुःखद है.

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि किसानों की मौत को लेकर पूरी तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार जिम्मेदार है. राज्य सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है. एक एक दाना धान खरीदने का वादा करने वाली कांग्रेस अब किसानों के खेती का रकबा कम कर रही है. किसानों की उपज और मेहनत के बदले 10 फीसदी ही धान खरीदा जा रहा है. किसान दिन रात मेहनत करके धान की फसल तैयार कर रहा है लेकिन 50 एकड़ के बदले उनसे 5 एकड़ का भी धान सरकार नहीं खरीद रही हैं.

रायपुर: राजनांदगांव के घुमका धान खरीदी केंद्र में किसान की मौत मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को राजनीति नहीं करने की नसीहत दी है. सीएम ने कहा कि मौत को रोकना किसी के बस में नहीं है. घटना दुखद है. बीजेपी को इस पर राजनीति नहीं करना चाहिए.

सीएम भूपेश बघेल की बीजेपी को नसीहत

सीएम की बीजेपी को नसीहत

मुख्यमंत्री ने आगे कहा है कि किसान की तबीयत खराब होती तो धान लेकर खरीदी केंद्र नहीं पहुंचता. सीएम ने कहा कि अगर कोई दोषी है तो कार्रवाई जरूर होगी. एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि विपक्ष की कार्यशैली काफी दुखदायी है. किसी की मौत पर खासकर किसान की मौत पर राजनीति करना बीजेपी की ओछी हरकत को दर्शाता है.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि गिरदावरी में यदि किसी किसान का नाम छूटा है तो उसको जोड़ने के निर्देश दे दिए गए हैं. सीएम ने कृषि कानूनों को लेकर भी केंद्र पर हमला बोला उन्होंने कहा कि एक तरफ किसानों के लिए काले कानून बनाए जाते हैं और दूसरी तरफ नए संसद भवन का शिलान्यास किया जा रहा हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद नए संसद भवन का शिलान्यास किया जा रहा है.

पढ़ें: राजनांदगांव: धान बेचने खरीदी केंद्र पहुंचे किसान की हार्ट अटैक से मौत

खरीदी केंद्र में हार्ट अटैक से किसान की हुई मौत

मंगलवार को घुमका धान खरीदी केंद्र में धान बेचने पहुंचे किसान करण साहू की मौत हो गई है. मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि रिश्वत लेने के चक्कर में धान को खराब बताया गया. किसान के बेटे ने इसके लिए धान खरीदी केंद्र के प्रभारी को दोषी ठहराया है और जांच की मांग की है.

किसान के परिजनों ने आरोप लगाया है कि सोसायटी में धान लेकर पहुंचे किसान के धान को खराब बताया गया. इसके बाद किसान की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई. मृतक करण साहू के बेटे दीपक साहू ने बताया कि उसके पिता टोकन के आधार पर सुबह 10 बजे 1 कट्ठा मसूरी और 23 कट्ठा 1010 किस्म की धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंचे थे. इस दौरान समिति के लोगों ने 1010 किस्म के धान की क्वॉलिटी को खराब बताया और तौलाई के लिए 500 रुपए की मांग की. ऐसा सुनते ही किसान को सदमा लगा और उसकी मौत हो गई. परिजनों ने इसकी शिकायत गुफा थाने में की है.

पढ़ें: किसानों की मौत के जिम्मेदार भूपेश बघेल और उनकी सरकार: रमन सिंह

किसान की मौत के बाद विपक्ष हुआ हमलावर

राजनांदगांव में किसान की मौत के बाद बीजेपी प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने किसान की मौत के लिए भूपेश बघेल सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान परेशान है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसानों से धान खरीदी के नाम पर छल किया है. कुछ समय पहले ही कोंडागांव में भी किसान की मौत हुई थी. राजनांदगांव में किसान की धान खरीदी केंद्र में ही मौत होना बेहद दुःखद है.

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि किसानों की मौत को लेकर पूरी तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार जिम्मेदार है. राज्य सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है. एक एक दाना धान खरीदने का वादा करने वाली कांग्रेस अब किसानों के खेती का रकबा कम कर रही है. किसानों की उपज और मेहनत के बदले 10 फीसदी ही धान खरीदा जा रहा है. किसान दिन रात मेहनत करके धान की फसल तैयार कर रहा है लेकिन 50 एकड़ के बदले उनसे 5 एकड़ का भी धान सरकार नहीं खरीद रही हैं.

Last Updated : Dec 10, 2020, 6:56 PM IST
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