रायपुर : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बस्तर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार और सीएम भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा.मंच से जगत प्रकाश नड्डा ने बीजेपी सरकार और बस्तर के विकास की बात कही. इधर नड्डा के आरोपों को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया है.
खुद का प्रदेश बचा नहीं पाए, यहां क्या करेंगे : जेपी नड्डा के दौरे को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा " चुनाव आ रहा है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का आना स्वाभाविक है.चुनाव नजदीक आ रहा है तो सभी आएंगे. हम लोग जब उत्तर प्रदेश जाया करते थे तो उस दौरान 144 धारा लगा दी जाती थी.लेकिन हम 144 धारा नही लगाएंगे. जेपी नड्डा अपने प्रदेश को नहीं बचा पाए. छत्तीसगढ़ में वे क्या कर लेंगे.हिमाचल प्रदेश में भाजपा को नहीं बचा पाए उनके केंद्रीय मंत्री आंसू बहाते थे. लेकिन जनता ने उन्हें वोट नहीं दिया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी फोन करके बोला लेकिन उनके साथियों ने चुनाव से नाम वापस नही लिया.जेपी नड्डा अपना प्रदेश नहीं सम्हाल पाए ,यहां कुछ नही कर पाएंगे.
झीरम हमले पर फिर भाजपा को घेरा : नक्सलियों द्वारा भाजपा नेता को मारे जाने के बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा " रमन सिंह 15 साल तक सरकार में रहे. जब भी इस तरह की घटना होती थी तो वे कहा करते थे कि इसमें राजनीति नही होनी चाहिए. जब बस्तर में आ गए हैं तो उसमें उन्हें राजनीति दिखने लगी है. नक्सली दहशत अगर सबसे ज्यादा किसी पार्टी ने झेला है तो वह कांग्रेस पार्टी ने झेला है.रमन सिंह के सरकार में ऐसा हुआ है जब झीरम में हमारे प्रथम पंक्ति के नेता शहीद हो गए.इसलिए कहते है वह राजनीतिक आपराधिक षड्यंत्र था. हमने कहा है कि रमन सिंह ,मुकेश गुप्ता, और अमित जोगी नारको टेस्ट करवा लें. उस मामले पर उन्होंने मौन साध लिया. जब वे कवासी लखमा का नार्को टेस्ट मांग रहे हैं तो वे खुद अपना टेस्ट क्यों नहीं करवा रहें. हम तो यही कह रहे हैं कि राजनीति का आपराधिक षड्यंत्र सामने आए.
प्रधानमंत्री पर साधा निशाना : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है नाना का सरनेम लिखने में शर्म आती है.अगर नाना का सरनेम लिखना चाहिए तो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को दादा का सरनेम न लिखकर नाना का सरनेम लिखना चाहिए,क्योंकि प्रधानमंत्री ने कहा है,प्रधानमंत्री कह रहे थे कि मैं कितनों पर भारी पड़ रहा हूं. वे सब पर भारी पड़ते अगर प्रधानमंत्री अडानी के बारे में बोल देते.अडानी ही सब पर भारी पड़ गए.सत्ता पर अ़डाणी भारी पड़ गए. इसलिए सत्ता पक्ष के लोग एक शब्द नहीं बोल पा रहे हैं.
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कैसे बनेंगे विश्वगुरु : अंतरराष्ट्रीय सूचकांकों में भारत टॉप टेन में नहीं है. इसे लेकर सीएम बघेल ने कहा "जनसंख्या की दृष्टि से जरूर हम आगे हैं.लेकिन भुखमरी, गरीबी, शिक्षा सब में हम लोग निचले पायदान पर हैं.पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश उससे भी निचले स्तर पर हम हैं. ऐसे में हमारा देश तो विश्व गुरु कैसे बनेगा.''