रायपुर : केंद्र सरकार ने धान पर एमएसपी बढ़ाकर किसानों को सौगात दी है, जिसके बाद छत्तीसगढ़ के किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा. ऐसे में प्रदेश में राजनीति भी शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम भूपेश बघेल को चुनौती दी है कि वो ये बता दें कि एनडीए शासन की तुलना में यूपीए के शासन काल में धान में कितना एमएसपी बढ़ा था. सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की चुनौती को स्वीकार कर लिया है.
किसी भी मंच पर बहस के लिए तैयार : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनौती स्वीकार करते हुए कहा कि ''किस मंच पर आना चाहते हैं बता दीजिए. यूपीए और एनडीए में कितना धान का भाव बढ़ा, हमारे सरकार के 10 साल थे, उनके भी 10 साल हो रहे हैं. उस समय धान में कितना एमएसपी बढ़ा है. हम बहस करने के लिए तैयार हैं. हमारा कोई भी कार्यकर्ता उनसे इस बारे में बहस कर लेगा. जो स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट है उस आधार पर एमएसपी का रेट बढ़ना चाहिए.''
पीएम मोदी पर हमला : सीएम भूपेश ने पीएम मोदी पर हमला बोला है. सीएम के मुताबिक हरियाणा के किसान अभी भी आंदोलन कर रहे हैं. 5 साल में डीजल पेट्रोल, कृषि यंत्र, रासायनिक खाद के रेट बढ़ गए. लेकिन 5 साल पहले एमएसपी जितना बढ़ा था, उतना भी नहीं बढ़ाया गया. इससे किसान विरोधी सरकार का चेहरा सभी के सामने आया है.
बीते 15 साल में धर्मांतरण : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के धर्मांतरण के आरोपों पर भी सीएम भूपेश ने पलटवार किया है. सीएम भूपेश की मानें तो मध्य प्रदेश के समय से धर्मांतरण पर कानून बना हुआ है. जो भी धर्मांतरण हो रहे हैं उस पर तत्काल कार्रवाई भी हो रही है. 15 साल में जितने चर्च बने वो न तो पहले बने हैं, ना उसके बाद. इसका साफ मतलब यही है कि जितना धर्मांतरण 15 सालों में हुआ है उतना आज तक नहीं हुआ.