रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने पीएम मोदी के पंजाब दौरे में सुरक्षा चूक पर बड़ा बयान दिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उन्होंने कहा कि पीएम की सुरक्षा तो एक बहाना है. वह पंजाब में केवल राजनीति चमकाने गए थे. सीएम बघेल ने पीएम पर आरोप लगाते हुए कई सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा कि क्या पीएम की गाड़ी पर पथराव हुआ. क्या उनको काले झंडे दिखाए गए. पीएम मोदी का सुरक्षा तो एक बहाना है. वह केवल राजनीति चमकाने गए थे.
पीएम की सुरक्षा में चूक के लिए सुरक्षा एसेंसियां जिम्मेदार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक मामले (prime minister security lapse case) को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को ही कटघरे में खड़ा किया है. भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की खुफिया एजेंसी, मौसम विभाग सहित प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात सभी एजेंसियों और अधिकारियों इसके लिए जिम्मेदार हैं.
'दलित मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं कर रहे'
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा सुरक्षा में चूक सिर्फ एक बहाना है, प्रधानमंत्री वहां सिर्फ राजनीति चमकाने गए थे. पहले भी प्रधानमंत्री कई बार जाम में फंस चुके हैं, तब भाजपा के लोग कहते थे कि प्रधानमंत्री आम आदमी हैं. प्रधानमंत्री से पंजाब में एक दलित मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं हो रहा है. प्रधानमंत्री इस घटना पर विशुद्ध रूप से राजनीति कर रहे हैं. इस तरह भाजपा यूपी और पंजाब चुनाव में लोगों की सहानभूति हासिल करना चाहती हैं. बघेल ने कहा कि राजनीति में प्रधानमंत्री इस स्तर तक पहुंच जाएंगे, यह उम्मीद नहीं थी.
क्या प्रधानमंत्री सिर्फ कुर्सियों के लिए भाषण देने जा रहे थे?
बघेल ने कहा कि क्या भारत सरकार के अधिकारियों को मौसम के बारे में पहले से पता नहीं था? अगर सड़क मार्ग से लेकर जाना था तो पहले बताना था, पंजाब सरकार व्यवस्था करती. क्या प्रधानमंत्री सिर्फ कुर्सियों को भाषण देने जा रहे थे? क्योंकि कार्यक्रम स्थल पर लोगों की भीड़ नहीं थी सिर्फ वहां खाली कुर्सियां थी. बघेल ने इसे भाजपा के द्वारा तैयार की हुई स्क्रिप्ट बताया है. जिसका मकसद चुनी हुई सरकार को बदनाम करना है.
केंद्रीय एजेंसियों पर कार्रवाई कब?
सीएम बघेल ने आगे कहा कि सबसे पहले तो केंद्र सरकार यह बताए कि वो केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है? एसपीजी आईबी और मौसम विभाग के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई हुई?
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5 जनवरी को मोदी का था पंजाब दौरा
गौरतलब है कि बुधवार 5 जनवरी को मोदी का पंजाब दौरा था. इस दौरान वो हवाई मार्ग से बठिंडा पहुंचे, जहां से उन्हें हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला के शहीद स्मारक पहुंचना था लेकिन मौसम खराब हो गया.
जब मौसम में सुधार नहीं हुआ तो तय हुआ कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा. डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े.
हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक (National Martyrs Memorial at Hussainiwala) से करीब 30 किमी दूर जब प्रधानमंत्री का काफिला (Prime Minister Convoy) एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को जाम कर दिया था. जिसके कारण 15 से 20 मिनट तक प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर फंसे रहे और इसके बाद वापस बठिंडा लौट आए. इस मामले को लेकर पंजाब पुलिस और सरकार सवालों के कटघरे में है.
इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी पंजाब सरकार से कई जानकारियां मांगी है. वहीं पंजाब सरकार ने इस मामले में कमेटी गठित कर दी है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक (Prime Minister security lapse) का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है, एक वकील की तरफ से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा.