रायपुर: छत्तीसगढ़ में ईडी ने दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले का खुलासा किया था. ईडी इस मामले में 16 हजार पन्नों की चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. इस मुद्दे पर सात जुलाई को पीएम मोदी ने अपने रायपुर की जनसभा में बघेल सरकार पर शराब घोटाले का आरोप लगाया. अब इस मसले पर छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान तेज है. पीएम मोदी के आरोपों पर कांग्रेस के नेता और सीएम बघेल पलटवार कर रहे हैं.
रायपुर में शनिवार को सीएम भूपेश बघेल ने शराब घोटाले के आरोपों पर जवाब दिया है. उन्होंने सीधे शब्दों में शराब घोटाले के आरोपों को नकार दिया. प्रदेश में शराब के जरिए बघेल सरकार के आय बढ़ने की बात उन्होंने कही है.
"छत्तीसगढ़ में शराब से राजस्व पिछले साढ़े चाल साल में बढ़ा है. यहां किसी घोटाले का कोई सवाल नहीं है. उत्पाद शुल्क विभाग ने शराब की बोतलों पर नकली होलोग्राम के इस्तेमाल के आरोपों के संबंध में तीन डिस्टिलरीज को नोटिस जारी किया है. 2017 में रमन सिंह की सरकार के तहत, राज्य का शराब राजस्व 3,900 करोड़ रुपये था जो अब बढ़कर 6,500 करोड़ रुपये हो गया है। किसी भी घोटाले का कोई सवाल ही नहीं है"- भूपेश बघेल, सीएम,छत्तीसगढ़
डिस्टिलरीज के खिलाफ की जानी चाहिए जांच: बघेल ने कहा कि "डिस्टिलरीज के कारखानों में बोतलों पर होलोग्राम चिपकाए जाते हैं.अगर फैक्ट्री मालिक और कोई भी व्यक्ति किसी भी अनियमितता में शामिल है,तो उनकी जांच की जानी चाहिए. लेकिन फैक्ट्री और डिस्टिलरी मालिक स्वतंत्र हैं. इसलिए छत्तीसगढ़ के उत्पाद शुल्क विभाग ने तीन डिस्टिलरीज को नोटिस जारी कर पूछा है कि, यदि उन्होंने असली होलोग्राम का इस्तेमाल नहीं किया है. अगर उन्होंने डुप्लीकेट होलोग्राम का इस्तेमाल किया है, तो आपसे वसूली क्यों नहीं की जानी चाहिए."
महाराष्ट्र में एनसीपी विवाद और ईडी जांच को लेकर सीएम का हमला: सीएम बघेल ने मोदी सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि" मोदी सरकार विपक्षी दलों के खिलाफ ईडी और आयकर विभाग का दुरुपयोग कर रही है. आठ दिन पहले, जिन लोगों पर महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार के आरोप थे. उन्होंने पाला बदल लिया और वे सभी मंत्री बन गए. अब उनके खिलाफ आरोप गंगाजल से धो दिए गए हैं. बीजेपी और मोदी सरकार राहुल गांधी की तरफ से अदानी को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब क्यों नहीं देती है. राहुल गांधी ने सवाल पूछा तो उनकी संसद सदस्यता खत्म कर दी गई. उनका बंगला खाली कराया गया."
क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला: छत्तीसगढ़ में ईडी ने 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले का दावा किया है. ईडी का कहना है कि छत्तीसगढ़ में साल 2019 से वरिष्ठ नौकरशाहों, राजनेताओं, उनके सहयोगियों और उत्पाद शुल्क विभाग ने एक सिंडिकेट के तहत शराब घोटाले को अंजाम दिया.
बीजेपी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में लगातार शराब घोटाले को लेकर आरोप लगा रही है. पीएम मोदी के हमले के बाद यह मुद्दा और तूल पकड़ रहा है. अब इस मसले पर छत्तीसगढ़ की सियासत में और भी घमासान देखने को मिल सकता है.