रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं. यहां उन्होंने केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से उनके निवास पर मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान बघेल ने धर्मेंद्र प्रधान से छत्तीसगढ़ सरकार के बायो फ्यूल के क्षेत्र में निवेश प्रोत्साहन नीति को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग का आग्रह किया.
सीएम बघेल ने केंद्रीय मंत्री से NMDC का क्षेत्रीय मुख्यालय बस्तर में स्थापित किए जाने पर विचार करने का आग्रह किया. साथ ही गैर प्रबंधकीय पदों पर स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करते हुए बस्तर क्षेत्र के विकास को बढ़ावा दिए जाने पर विचार करने की मांग भी की. उन्होंने कहा कि 'मुझे उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ की जनता की भावनाओं का आदर करते हुए बस्तर क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार इसकी तत्काल स्वीकृति हमें प्रदान करेगा'
जैव एथेनॉल क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की मांग
बघेल ने जैव एथेनॉल उत्पादन की दीर्घकालीन अनुमति की मांग की. उन्होंने ने पेट्रोलियम मंत्री से अधिशेष खाद्यान्नों से जैव एथेनॉल के लिए निवेश बढ़ाए जाने की मांग की.
छत्तीसगढ़ में धान का उत्पादन 80.40 लाख टन
मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है. यहां की 43 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि में मुख्य फसल धान की होती है. कृषि और उससे संबधित क्षेत्रों का राज्य की GSDP में योगदान 20 प्रतिशत से अधिक है. वर्ष 2018-19 में हमारे यहां धान का उत्पादन 80.40 लाख टन था. इसमें राज्य की आवश्यकता 42.40 लाख टन थी. उसके बाद हमारे पास 38 लाख टन सरप्लस धान बायोफ्यूल के लिए बचता है.
बायो एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने का आग्रह
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि केंद्र की जैव ईंधन नीति 2018 के प्रावधानों के अंतर्गत छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में जो अतिरिक्त धान का उत्पादन हो रहा है. उसमें बायो एथेनाॉल संयत्रों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए निजी निवेश को आमंत्रित किया है. उन्होंने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री से धान के ऐथेनॉल के मूल्य को शीरा, शक्कर और शुगर के सीरप से बने एथेनॉल के मूल्य के बराबर करने की मांग की. ताकि धान से बने बायो एथेनॉल के उत्पादन में छत्तीसगढ़ को बढ़ावा मिल सके.
केंद्र ने हर संभव मदद का दिया आश्वासन
मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सीएम भूपेश के मांगों पर हर संभव मदद का भरोसा दिया. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि 'हम जल्द ही इस पर विशेष बैठक लेकर, उचित कार्रवाई करेगें. प्रति वर्ष 6.5 प्रतिशत की दर से देश में ऊर्जा की खपत बढ़ रही है. वहीं पेट्रोलियम दिन-प्रतिदिन घट रहा है. इस दिशा में सरप्लस क्रॉप, बायो फ्यूल उत्पादन का अच्छा विकल्प है. यह हमारी बढ़ती ऊर्जा खपत को भी पूरा करेगा'.