रायपुर : साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित कलार महासम्मेलन में रविवार को पहुंचे सीएम ने समाज को शिक्षा की अहमियत बताई. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने समाज के लिए दो बड़ी घोषणाएं भी की. कहा "छत्तीसगढ़ में महुआ बोर्ड की स्थापना की जाएगी." कलार समाज की पूज्यनीय माता बहादुर कलारिन के महिला सशक्तीकरण में योगदान को अतुलनीय करार देते हुए मुख्यमंत्री ने उनकी जयंती पर ऐच्छिक अवकाश की घोषणा भी की.
व्यक्ति है प्रत्येक समाज की इकाई: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "हर समाज की इकाई व्यक्ति होता है और राज्य सरकार ने पिछले चार वर्षों में व्यक्ति को ही केंद्र में रखकर योजनाएं शुरू की हैं, ताकि हर समाज के लोगों को लाभ मिल सके." मुख्यमंत्री ने कहा कि "यदि योजनाओं का लाभ लोगों को न मिले, लोग बीमार रहें तो छत्तीसगढ़ मजबूत नहीं हो सकता. इसीलिए समाज के अंतिम व्यक्ति की जेब में भी पैसा जाए, इसका इंतजाम किया गया है, ताकि छग की प्रगति लगातार होती रहे."
4 साल में शिक्षा पर सबसे ज्यादा किया खर्च: कलार समाज के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि "छत्तीसगढ़ में शिक्षा का स्तर पिछले चार वर्षों में काफी बढ़ा है. इसलिए शिक्षा पर 17 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाने का प्रावधान बजट में रखा गया है." आयोजन में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, विधायक मोहन मरकाम, विनय जायसवाल, संगीता सिन्हा, रायपुर महापौर ऐजाज ढेबर, रिसाली महापौर शशि सिन्हा और कलार महासभा छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष दीपक सिन्हा भी मौजूद रहे.