रायपुर: नान घोटाले में गिरफ्तार चिंतामणि चंद्राकर ने कोर्ट में हलफनामा पेश कर अधिकारियों पर गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तारी का संगीन आरोप लगाया है. विशेष न्यायाधीश EOW और ACB लीना अग्रवाल की अदालत के सामने चिंतामणि ने हलफनामा दिया है. गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है.
इस घोटाले में EOW ने कार्रवाई करते हुए नान डायरी में दर्ज 'सीएम' नाम वाले व्यक्ति को रविवार को गिरफ्तार किया था. चिंतामणि की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पूछताछ के लिए गोपनीय जगह पर रखा गया था, जहां करीब 12 घंटे उनसे पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
क्या है मामला
- बता दें कि नान घोटाले मामले में करोड़ों के लेन-देन का मामला सामने आया था, जिसमें चिंतामणि की मिलीभगत की बात भी सामने आई थी.
- नान की कार्रवाई के दौरान एक डायरी भी बरामद हुई थी, जिसमें 'सीएम' कोड का इस्तेमाल किया गया था. इस 'सीएम' कोड को पढ़कर यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि वह चिंतामणि है.
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- पिछले दिनों ईओडब्ल्यू ने चिंतामणि के कांकेर बेंगलुरु और रायपुर स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी कर कार्रवाई में जुटा था.
- चिंतामणि की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पूछताछ के लिए गोपनीय जगह पर रखा गया था, जहां करीब 12 घंटे उनसे पूछताछ की गई.