रायपुर: कोरोना वायरस का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. देश के हर राज्य अपने स्तर पर इस महामारी से निपटने के लिए जूझ रहे हैं. छत्तीसगढ़ सरकार भी लगातार लोगों से अपने घर पर ही रहने की अपील कर रही है. ऐसे में जो लोग आश्रम में रहते हैं उनकी सुरक्षा का आश्रम प्रबंधन बखूबी ख्याल रख रहा है.
राजधानी रायपुर में संचालित वृद्ध आश्रम,बाल आश्रम और नारी निकेतन में रहने वाले लोगों के लिए महामारी को देखते हुए उचित व्यवस्था की गई है. ETV भारत ने आश्रम का जायजा लिया और वहां रहने वाले लोगों और प्रबंधन से सुविधाओं के विषय में जानकारी ली.
आश्रम में ही बच्चे बिता रहे समय
कचहरी चौक स्थित बाल आश्रम में 70 बच्चे रह रहे हैं. वहां के संचालकों ने बताया कि बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है. सभी बच्चों को बार-बार हाथ धोने कहा जाता है और उन्हें मास्क भी उपलब्ध कराए गए हैं. आश्रम में इस समय राशन की भी पर्याप्त व्यवस्था है. सभी बच्चे लॉक डाउन के दौरान आश्रम में ही रहकर ही खेल खेलकर समय बिता रहे है.
नारी निकेतन को किया गया सैनेटाइज
शहर के खमतराई स्थित शासकीय बालिका गृह और नारी निकेतन में को भी पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है. नारी निकेतन की अधीक्षिका ने बताया कि लॉक डाउन की सूचना प्राप्त होते ही पूरे कैंपस को सैनेटाइज किया गया. सभी महिलाओं का मेडिकल चेकअप कराया गया. 2 महीने का राशन स्टॉक करके रखा गया, जिससे कि राशन की दिक्कत न हो. नारी निकेतन में एक अलग से कमरा तैयार किया गया जहां थोड़ी भी तबीयत खराब होने पर महिलाएं जाकर रहती हैं. काम करने वाले सभी कर्मचारी कैंपस में ही रहते हैं कोई भी बाहरी व्यक्ति अंदर नहीं आता है.
वृद्ध आश्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का हो रहा पालन
लायंस क्लब के श्याम नगर स्थित वृद्ध आश्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है. वृद्ध आश्रम में रहने वाले रमणिकलाल ने बताया कि यहां सभी दूर-दूर बैठक खाना खाते हैं. वे टीवी देखते हैं और अखबार पढ़ते हैं. कहीं भी आने या जाने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोते हैं. आश्रम के बाहर से कोई भी अंदर नहीं आता और न ही कोई अभी बाहर जाता है.