रायपुर: छत्तीसगढ़ में ढाई साल सीएम वाला कथित फॉर्मूला सरकार का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है. अब इस मामले को एक बार हवा मिल गई है. जांजगीर जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी चूक ने दोबारा इसे सुर्खियों में ला दिया है. दरअसल सक्ती विकासखंड में कोविड टीकाकरण के बाद हितग्राहियों को दिए जाने वाले सर्टिफिकेट में एक तरफ सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) की तस्वीर है और उनके नीचे मुख्यमंत्री लिखा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) की तस्वीर है, जिसके नीचे भी मुख्यमंत्री लिखा हुआ है. प्रशासनिक स्तर पर हुई इस चूक ने विपक्ष को चुटकी लेने का नया मौका दे दिया है.
अंबिकापुर के भाजपा नेता और टीएस सिंहदेव के खिलाफ लगातार चुनाव लड़ने वाले अनुराग सिंहदेव ने इसे लेकर ट्विट किया है. उन्होंने लिखा कि
'मुख्यमंत्री पद नाम प्रिंटिंग के मुद्दे पर चर्चा से ज्यादा महत्वपूर्ण
@INCChhattisgarh
सरकार द्वारा टीकाकरण के प्रमाण पत्र की गंभीरता और महामारी में जीवन रक्षा से खिलवाड़ है
पहले तो इन्होंने टिका बर्बादी का रिकॉर्ड बनाया अब प्रणाम पत्र में भी घोर लापरवाही बरती जा रही हैं '
भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने किया ट्वीट
'कांग्रेस की अंतर्कलह से वातावरण ही ऐसा बना हुआ है कि अधिकारी ही नहीं पूरे प्रदेश की जनता कफ्युज है…
ढाई साल पूरे हो गए हैं!!!'
केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया
'गोलमाल है जी सब गोलमाल है'
वहीं पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने टीएस सिंहदेव को दी बधाई
ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री वाले फॉर्मूले को कांग्रेस सरकार नहीं अपना रही है..लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अपना लिया है...बधाई हो
@TS_SinghDeo जी'
मामले में स्वास्थ्य टीएस सिंहदेव ने कहा कि अगर इस तरह का मामला है, तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि ये पूरी तरह से आधारहीन है. जिसके बाद कलेक्टर ने कार्रवाई भी की है. कार्रवाई करते हुए सक्ती विकासखंड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ ) डॉक्टर अनिल चौधरी को जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसआर बंजारे ने पद से हटा दिया है.