रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस पीआर रामचंद्र मेनन को पत्र लिखा है. सीएम भूपेश ने पत्र में सभी जिलों में यौन अपराधों से संबंधित प्रकरणों की शीघ्र सुनवाई के लिए सभी जिलों में आवश्यक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की मांग की है. उन्होंने इसके लिए राज्य शासन की ओर से सभी जरूरी सहयोग देने की सहमति भी जताई है.
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मैंने आज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री पी.आर. रामचंद्र मेनन जी को पत्र लिखकर सभी जिलों में यौन अपराधों से संबंधित प्रकरणों की शीघ्र सुनवाई हेतु सभी जिलों में आवश्यक संख्या में फास्ट ट्रैक कोर्ट अधिसूचित करने का अनुरोध किया है।#SpeakUpForWomenSafety
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— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 12, 2020मैंने आज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री पी.आर. रामचंद्र मेनन जी को पत्र लिखकर सभी जिलों में यौन अपराधों से संबंधित प्रकरणों की शीघ्र सुनवाई हेतु सभी जिलों में आवश्यक संख्या में फास्ट ट्रैक कोर्ट अधिसूचित करने का अनुरोध किया है।#SpeakUpForWomenSafety
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 12, 2020
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि 'देश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन अपराध गंभीर चिंता का विषय है. इस विषय पर पर्याप्त कानून बने हैं, लेकिन उसके बावजूद इस तरह के अपराधों में कमी होते नहीं दिख रही है. समय पर न्याय नहीं मिलना भी एक चिंता का विषय है. राज्य के न्यायालयों में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हुए यौन अपराधों के मामलों में शीघ्र और तत्परतापूर्वक विचार करने की आवश्यकता है. हमारा यह दायित्व है कि यौन अपराधों के पीड़ितों को तुरंत न्याय मिले और दोषी अतिशीघ्र कठोर दण्ड से दंडित हों.'
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आवश्यक निर्देश जारी करने का अनुरोध
सीएम ने पत्र में लिखा है कि, यह उचित होगा कि प्रदेश के सभी जिलों में यौन अपराधों से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई के लिए आवश्यक संख्या में फास्ट ट्रैक कोर्ट (Fast Track Court) अधिसूचित किए जाएं. ऐसे प्रकरणों की सुनवाई समय सीमा (जो निर्धारित की जाए) में और दिन-प्रतिदिन ( Day to Day Basis) पर हो. मुख्यमंत्री बघेल ने न्यायमूर्ति मेनन से इस विषय में आवश्यक निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है.
पढ़ें : कोरबा: नाबालिग बेटी ने पिता पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार
हाल ही में छत्तीसगढ़ में बलात्कार के मामले
- केशकाल में गैंगरेप और आत्महत्या का मामला
- जशपुर में अपहरण के बाद सामूहिक दुष्कर्म का मामला
- बलरामपुर में नाबालिग से रेप
- कोरबा में नाबालिग बेटी ने पिता पर लगाया था दुष्कर्म का आरोप
छत्तीसगढ़ में बलात्कार केस
पूरे प्रदेश में 2015-20 तक बलात्कार के मामले
साल | बलात्कार |
2015 | 1561 |
2016 | 1627 |
2017 | 1926 |
2018 | 2091 |
2019-20 | 2520 |
1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2020 तक की रिपोर्ट
- छत्तीसगढ़ में 2575 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- रायपुर में सबसे ज्यादा 301 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- रायगढ़ में 196 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बिलासपुर में 144 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- सरगुजा में 139 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- सूरजपुर में 132 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- जशपुर में 123 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बलौदा बाजार में 123 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बस्तर में 115 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- कोरिया में 114 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- बलरामपुर में 112 बलात्कार के केस दर्ज किए गए
- कोरबा में 102 बलात्कार के केस दर्ज किए गए