रायपुर: कोरोना संक्रमण के कारण सभी क्षेत्र प्रभावित हुए थे. ऐसे में व्यवसायियों के व्यापार भी बहुत प्रभावित हुए, लेकिन इस दिवाली के दौरान बाजार गुलजार है. बाजारों में रौनक देखी जा रही है. हर क्षेत्र में जमकर खरीदारी हो रही है. दिवाली के मौके पर सभी क्षेत्रों में जमकर खरीदारी हुई. वहीं मिठाइयों की भी जमकर बिक्री हो रही है. इस दौरान ETV BHARAT की टीम ने मिठाई व्यापारियों से बातचीत की. साथ ही किस तरह से उनका व्यापार चल रहा है. इस पर विस्तार से चर्चा की.
इस दौरान व्यापारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के दौरान पिछले 8 महीनों से बिक्री नहीं हो रही थी, लेकिन पिछले 15 दिनों से बाजार अच्छा चल रहा है. इस दिवाली अच्छा व्यवसाय हो रहा है. ऐसे में दुकानदारों ने सोशल डिस्टेंसिंग और भीड़भाड़ कम करने को लेकर मिठाई दुकानों में लाइन लगाकर लोगों ने मिठाइयां खरीदी. दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया.
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अलग-अलग तरह की मिठाइयां बाजार में मौजूद
दिवाली के मद्देनजर दुकानदारों ने अलग-अलग किस्म की मिठाइयां तैयार की थी, जिनमें खोवे से बनी मिठाइयां, शुद्ध घी से बनी मिठाइयां, छेना की मिठाइयां बनाई थी. वहीं इस बार दुकानों में 300 रुपये से लेकर 5000 रुपये प्रति किलो तक की मिठाइयों की बिक्री हुई.
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डिजाइनर मिठाइयों के लिए खूब डिमांड
इस दीपावली के मौके पर डिजाइनर बॉक्स में मिठाइयों की डिमांड ज्यादा रही. चॉकलेट से बनी मिठाइयां और काजू कतली की जमकर बिक्री हुई. साथ ही मोती चूर के लड्डू और काजू कतली की बिक्री अधिक हुई. दुकानदारों ने बताया रक्षाबंधन के मौके पर प्रशासनिक नियमों के कारण मिठाई नहीं बिक पाई थी, लेकिन दिवाली त्योहार में जिस तरह बाजारों में रौनक है. इससे मिठाइयों की जमकर बिक्री हुई.
400 से लेकर 5000 रुपए प्रति किलो की मिठाई
राजधानी के अलग-अलग मिठाई दुकानों में अलग-अलग किस्म की मिठाइयों की बिक्री हुई है. ऐसे में हमने दुकानदारों से जाना कि सबसे कम दाम में 400 प्रति किलो के हिसाब से शक्कर पारा गुड पारा और रस भरी है. वहीं सबसे अधिक 5000 प्रति किलो में पिसते से बनी मिठाइयों की बिक्री हुई है. कोरोना के कारण कुछ दिनों पहले मिठाइयों के दामों में कमी आई थी, लेकिन अब त्योहारी सीजन में स्वीट्स ज्यादा कीमतों पर बिक रही है.
वहीं रायपुर शहर में इस तरह की मिठाइयों की डिमांड रही थी. कई दुकानों में ग्राहकों को भी मिठाई नहीं मिल पाई. अलग-अलग दुकानों के चक्कर लोग लगाते रहे. जानकारों का मानना है जिस तरह से रायपुर शहर में मिठाइयों की बिक्री हुई है. ऐसे में लगभग सभी मिठाइयों के व्यापारियों को अच्छा मुनाफा मिला है. कोरोना के चलते जो काम प्रभावित हुआ था. इस दिवाली में मिठाइयों के विक्रेताओं को लाभ मिला है.