रायपुर: देशभर में रंग और गुलाल का पर्व होली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं और बधाई दी है. सभी से कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए घर में रहकर होली मनाने की अपील की है.
राज्यपाल ने दी बधाई
राज्यपाल ने ट्वीट कर प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि स्नेह, सौहार्द और समरसता के महापर्व होली की हार्दिक बधाई. राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से शासन के द्वारा जारी दिशा-निर्देश का पालन करते हुए होली मानने की बात कही है. साथ ही भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने और सामाजिक दूरी का पालन करने को कहा है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी शुभकामनाएं
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने अपने संदेश में लिखा कि रंगों के पर्व होली सभी की जिंदगी में सुख, समृद्ध और खुशहाली लेकर आए. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि होली बड़े-छोटे, ऊंच-नीच का भेदभाव मिटाकर सबको प्रेम, आत्मीयता और समरसता के रंग में सराबोर कर देता है. यह पर्व आपसी भाईचारा और सौहार्द्र को मजबूत करने का है. सीएम ने सभी से जरूरी सावधानी बरतने, मास्क पहनने और शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर संभव हो तो घर में होली मनाएं. बाहर भीड़-भाड़ में जाने से बचें. सुरक्षा में ही बचाव है.
LIVE UPDATE: कोरोना के बीच होली, इन गाइडलाइन्स का करें पालन
टीएस सिंहदेव ने दी बधाई
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी ट्वीट कर प्रदेशवासियों को रंगों और खुशियों के त्योहार होली की शुभकामनाएं दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि होली का त्योहार सभी के जीवन में हर्ष और उल्लास लेकर आए. उन्होंने पूरे प्रदेश में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है. उन्होंने ट्वीट के जरिए लोगों से सार्वजनिक रूप से होली न खेलकर घर पर ही इसे उत्साहपूर्वक मनाने की अपील की है.
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने दी बधाई
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने ट्वीट कर लिखा कि सभी को रंगों के महापर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएं. होली आप सभी के जीवन में खुशियां लेकर आये. उन्होंने अपने संदेश में कहा कि सावधान रहें- सुरक्षित रहें और शासन के गाइडलाइन का पालन करते हुए होली का त्योहार मनाएं.
क्यों मनाया जाता है होली का पर्व?
फाल्गुन महीने की पूर्णिमा के दिन होली मनाई जाती है. होली का त्योहार भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक राजा हिरण्यकश्यप और प्रहलाद की कहानी होली से जुड़ी हुई है.
होली मुबारक : राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी समेत देश-विदेश के नेताओं ने दी शुभकामनाएं
ये है पौराणिक मान्यता
हिरण्यकश्यप एक ऐसा राजा था, जो किसी असुर के सामान था. उसके बेटे का नाम प्रहलाद था, जो विष्णु भगवान की पूजा में लीन रहता था. हिरण्यकश्यप को बेटे की ये बात नागवार गुजरती थी. उसने एक दिन अपने बेटे को जान से मारने की योजना बनाई. हिरण्यकश्यप की एक बहन थी, जिसका नाम होलिका था. होलिका को वरदान मिला था कि उसपर अग्नि का कोई असर नहीं पड़ सकता.
इस बात को ध्यान में रखते हुए हिरण्यकश्यप ने होलिका से प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठने को कहा. फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिका अपने भतीजे प्रहलाद को लेकर आग में बैठ जाती है, लेकिन प्रहलाद की भक्ति से प्रसन्न विष्णु भगवान ने आग में बैठे प्रहलाद की जान बचा ली और होलिका आग में जलकर भस्म हो गई.
अनेक रंग होली के: इन खास पकवानों के बिना त्योहार के रंग बेरंग
बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार
इसके बाद भगवान विष्णु ने नरसिंहनाथ का रूप लिया और हिरण्यकश्यप का वध कर दिया था. तब से लेकर आज तक होलिका दहन करने की परंपरा चली आ रही है. दशहरा की तरह इसे भी बुराई पर अच्छाई की जीत की तरह मनाया जाता है.
होली वो पर्व है, जिसमें हर धर्म, हर जाति के लोग सभी बंधन तोड़कर गले मिलते हैं, गालों पर रंग लगाते हैं और घर-परिवार, नाते-रिश्तेदार के साथ खुशियां बांटते हैं. ईश्वर करे कि ये होली आपके जीवन में खुशियों के नए रंग लेकर आए. ईटीवी भारत की तरफ आपको होली की शुभकामनाएं.