रायपुर/बिलासपुर/सरगुजा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए चार महीने से कम समय बचा है. ऐसे में छत्तीसगढ़ पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. कई जिलों में पुलिस ने गुंडे बदमाशों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. अब तक बेहरवाही से लोगों पर धौंस जमाने वाले गुंडे बदमाश अब पुलिस कार्रवाई के खौफ में जी रहे हैं. बिलासपुर में भी यह कार्रवाई की जा रही है. बिलासपुर पुलिस ने अपराधियों की एक लिस्ट तैयार की है. इनमें सबसे ज्यादा अपराधिक गतिविधियों में शामिल होने वाले गुंडों के नाम दर्ज हैं. इनके खिलाफ जिला बदर करने की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सरगुजा में तीस से ज्यादा अपराधी हैं. जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
रायपुर पुलिस ने की कार्रवाई: रायपुर में गुंडा बदमाश और हिस्ट्रीशीटर को लेकर पुलिस ने अपनी कमर कस ली है. शहर और ग्रामीण इलाके के गुंडा बदमाश के साथ ही हिस्ट्रीशीटर पर कड़ी नजर रखी जा रही है. ताकि आने वाले चुनाव में किसी तरह के उपद्रव या घटना को अंजाम ना दे सकें. बात अगर रायपुर जिले की करें तो जिले में गुंडे बदमाश और हिस्ट्रीशीटर की संख्या 956 है. इसके साथ ही पुलिस ने गुंडा बदमाश की 2023 में 41 बदमाशों की नई सूची तैयार की है. रायपुर पुलिस के द्वारा मंगलवार को विभिन्न थाना क्षेत्र के गुंडा बदमाश और असामाजिक तत्वों का जुलूस भी निकाला है.
रायपुर में कितने अपराधियों पर हुई कार्रवाई: रायपुर में अपराधियों के आंकड़ों पर नजर डाले तो, जिले में 577 गुंडा बदमाश है. करीब 379 निगरानी शुदा बदमाश और हिस्ट्रीशीटर हैं. इस कवायद में पुलिस ने साल 2023 में 41 लोगों की नई गुंडा सूची तैयार की है. रायपुर के शहरी क्षेत्रों में निगरानी बदमाशों और हिस्ट्रीशीटर की संख्या 305 हैं. रायपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की संख्या 74 है. रायपुर जिले में शहरी क्षेत्र में गुंडा बदमाश की संख्या 502 है और ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी संख्या 75 है.
चुनाव के मद्देनजर शहर में गुंडे बदमाशों और निगरानीशुदा बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. अलग-अलग धाराओं के तहत गुंडा बदमाश और निगरानी बदमाश के ऊपर पुलिस कार्रवाई कर रही है. जिन अपराधियों ने क्राइम नहीं किया है. उनकी फाइले बंद की जा रही है. जो क्रिमिनल अभी भी एक्टिव हैं. उनके जिला बदर की कार्रवाई की जा रही है. ऐसे बदमाशों के खिलाफ आईपीसी की धारा 151 के तहत कार्रवाई की जा रही है. -प्रशांत अग्रवाल, एसएसपी, रायपुर
रायपुर पुलिस कैसे कर रही कार्रवाई: रायपुर के एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर ने कहा कि "आगामी चुनाव को देखते हुए जिले के गुंडा बदमाश और निगरानी बदमाश अपराधी की श्रेणी में आते हैं. ऐसे में इनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की जा रही है. ताकि शहर या जिले में शांति बनी रह सके. ऐसे अपराधी तत्व समाज में डर पैदा कर अशांति फैलाने का काम करते हैं. चुनाव को ध्यान में रखकर पुलिस इनके खिलाफ प्रभावी और सख्त कार्रवाई कर रही है."
चुनाव के तहत कार्रवाई में और आएगी तेजी: रायपुर पुलिस का कहना है कि चुनाव के मद्देनजर गुंडे बदमाशों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. आनेवाले दिनों में यह कार्रवाई और तेज होगी. जिले के जितने भी गुंडा बदमाश और निगरानी बदमाश हैं. इनकी सूची शहर के सभी थानों में बना ली गई है. ऐसे गुंडा बदमाश जिनके ऊपर 3 से अधिक अपराध दर्ज हुए हैं. उनकी अलग से सूची तैयार की जा रही है.
बिलासपुर में अपराधियों के जिला बदर की कार्रवाई तेज: बिलासपुर पुलिस ने शांतिपूर्ण चुनाव निपटाने की कवायद शुरू कर दी है. इसके तहत पुलिस ने जिले में लगातार आदतन सक्रिय रहने वाले बदमाश और अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहने वाले अपराधियों की एक लिस्ट तैयार की है. जिनमें सबसे ज्यादा अपराधिक गतिविधियों में शामिल होने वाले गुंडों के नाम दर्ज हैं. इनके खिलाफ जिला बदर करने की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. ताकि यह चुनाव तक जिले से दूर रहें
पुलिस ने अब तक लगभग 25 से ज्यादा लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है. इसी तरह हिस्ट्रीशीटर और गुंडा, बदमाश की अलग-अलग लिस्ट तैयार कर ली है. इनमें शामिल निगरानीशुदा बदमाशों को पुलिस थाना बुलाकर उनकी परेड करा रही है. उन्हें हिदायत दी जा रही है कि आगामी विधानसभा चुनाव तक यदि कोई किसी भी तरह के अपराध में शामिल रहेगा, तो उसके खिलाफ धारा 110 के तहत कार्रवाई की जाएगी. -संदीप पटेल, सीएसपी, सिविल लाइन थाना, बिलासपुर
2018 के विधानसभा चुनाव में 6 केस किए गए दर्ज: बिलासपुर में विधानसभा 2018 के चुनाव के दौरान जिले में 6 निर्वाचन अपराध दर्ज कराए गए थे. निर्वाचन अपराध में सरकारी काम में बाधा पहुंचाना, मतदाताओं को लुभाने के लिए उपहार जैसे साड़ी इत्यादि देना आता है. साल 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान इसी तरह दर्ज हुए 6 केसों में कार्रवाई हुई है.
सरगुजा पुलिस ने भी क्रमिनल्स के खिलाफ चलाया अभियान: सरगुजा पुलिस ने भी अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया है. यहां गुंडा बदमाशों की सूची में 30 से ज्यादा नाम दर्ज हैं. जिनके ऊपर 4 से अधिक अपराध हैं. चुनाव के मद्देनजर सूची बनाने का काम चल रहा है. संख्या बढ़ सकती है. ऐसे में चार लोगों के नाम जिला बदर के लिए कलेक्टर को भेजे गए हैं.
"सरगुजा में गुंडा बदमाश सूची में जिले में 30 से अधिक नाम हैं. चुनाव के मद्देनजर गुंडे बदमाशों की लिस्टिंग की जा रही है. संख्या बढ़ सकती है. हाल में 4 लोगों के नाम जिला बदर करने के लिये कलेक्टर को भेजे गये हैं" - विवेक शुक्ला, एएसपी, सरगुजा
कोरबा में क्या है स्थिति: कोरबा में भी चुनाव के मद्देनजर कार्रवाई की गई है. पुलिस ने गुंडा, बदमाशों के रिकॉर्ड को भी खंगाला शुरू किया है. अब तक की स्थिति में जिले में निगरानी शुदा बदमाशों की संख्या 105 है. जबकि गुंडा लिस्ट में 106 लोगों के नाम हैं. इसी तरह जिन्हें माफी दी जा चुकी है. ऐसे निगरानी शुदा और बदमाशों और गुंडों की संख्या 82 है. जिन अपराधियों को जिला बदर किया गया है. उनकी संख्या 7 हैं. अभी कोरबा पुलिस के पास जिला बदर के लिए पेंडिंग मामले नहीं है. पुलिस इनकी निगरानी कर रही है. कई अपराधियों की फाइल फिर से पुलिस खोलने की तैयारी कर रही है.