रायपुर: नगर निगम के पार्षद अमर बंसल ने अनोखा प्रदर्शन किया. पार्षद ने चौबे कॉलोनी स्थित स्वामी आत्मानंद सरोवर में 3 घंटे तक खड़े रहकर प्रदर्शन किया. पार्षद ने एक बोर्ड पर पकड़ रखा था, जिसमें लिखा था मुझे गंदा ना करें. पार्षद के इस अनोखे प्रदर्शन की कुछ लोगों ने सराहना की तो कुछ लोगों ने नाराजगी जाहिर की.
तालाब में क्यों कूदें पार्षद: स्वामी आत्मानंद सरोवर को लोग करबला तालाब के नाम से भी जानते हैं. शनिवार को पार्षद अमर बंसल तालाब साफ रखने को लेकर एक बोर्ड के साथ तालाब में कूद गए और तालाब स्वच्छ रखने प्रदर्शन किया. पार्षद का कहना है कि लोग तालाब में पूजन सामग्री का विसर्जन कर इसे गंदा कर रहे हैं. उनके प्रदर्शन का यही उद्देश्य है कि कोई भी यहां पूजन सामग्री का विसर्जन ना करें.
स्वामी आत्मानंद तालाब रायपुर का ऐतिहासिक तालाब है. लेकिन बीते कुछ दिनों से स्वामी आत्मानंद सरोवर में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. रायपुर नगर निगम ने तालाबों में किसी भी तरह की पूजन सामग्री के विसर्जन पर प्रतिबंध लगाया है. सभी विसर्जन महादेव घाटी स्थित बने वर्सजन कुंड में करने को कहा गया है. मैं जनता से अनुरोध करता हूं कि हम अपनी जिम्मेदारी तय कर तालाब को स्वच्छ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए.- अमर बंसल, पार्षद
पार्षद के अनोखे प्रदर्शन की तारीफ: कुछ लोगों ने पार्षद के इस अनोखे प्रदर्शन की तारीफ की. लोगों ने कहा कि तालाब को प्रदूषण से बचाने के लिए पार्षद का अच्छा प्रयास है. शहर में तालाब की संख्या कम है. लोगों को किसी भी प्रकार की सामग्री तालाब में विसर्जन करने से रोकना चाहिए. इस मामले में नगर निगम को भी संज्ञान लेना चाहिए.
पार्षद के प्रदर्शन को लेकर कई तरह की बातें: शनिवार मोहर्रम का आखिरी दिन था. लंबे समय से स्वामी आत्मनंद तालाब जिसे लोग करबला तालाब भी कहते हैं, वहां शहर का ताजिया विर्सजन होने आता है. ऐसे में पार्षद अमर बंसल के इस प्रदर्शन को लेकर एक वर्ग ने नाराजगी जताई. लोगों का कहना है कि पार्षद अमर बंसल को प्रदर्शन करने के लिए क्या यही दिन मिला था. लोगों ने समाज के बीच जातिवाद फैलाने का आरोप लगाया.
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पार्षद की सफाई: ETV भारत ने पार्षद अमर बंसल से बात की और प्रदर्शन के दिन के चयन को लेकर सवाल पूछा तो पार्षद ने कहा कि मेरे वार्ड में सभी धर्मों के लोग रहते हैं. वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. ये प्रदर्शन तालाब बचाने को लेकर है. इसे मोहर्रम से ना जोड़ा जाए.
जो लोग गणेश प्रतिमा और दुर्गा विसर्जन भी करते हैं मैं उनसे भी कहता हूं कि वे तालाब में पूजन सामग्री विसर्जित ना करें. महादेव घाट स्थित बने विसर्जन कुंड में ही विसर्जन करें. मेरे प्रदर्शन करने का उद्देश्य सिर्फ यही है कि तालाब को प्रदूषण से बचाया जा सके- अमर बंसल, पार्षद
जल समाधि लेकर तालाब बचाने की पार्षद की कवायद सही है. इससे लोगों में जनजागरूकता आएगी. लेकिन जिस स्वामी आत्मानंद सरोवर में पार्षद ने जलसमाधि ली वो पहले से ही साफ दिख रहा है. साथ ही जलसमाधि का दिन भी कई सवाल खड़े कर रहा है. आने वाले दिनों में कई तीज त्योहार आने वाले हैं. ऐसे में देखना होगा कि पार्षद के इस प्रदर्शन का लोगों पर कुछ असर होता है या एक बार फिर अमर बंसल को तख्ती लेकर तालाब में उतरना पड़ेगा.