रायपुर: देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे चुके हैं. राजस्थान और मध्यप्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी ने ऐतिहासिक बहुमत हासिल किया है. इस जीत के बाद रायपुर स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने का कवायद शुरु हो गई है. छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री कौन होंगे? आम जनता में इसे लेकर कयासों का दौर चल पड़ा है. इस बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व आईएएस अफसर और बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक ओपी चौधरी को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा है.
कौन हैं ओपी चौधरी ? : ओपी चौधरी का जन्म छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में केवल 1500 की आबादी वाले एक छोटे से गांव “बायांग” में हुआ था. उनके दादा जी 50 सालों से भी अधिक समय से कृषि कार्य करते रहे. ओपी चौधरी के पिता दीनानाथ चौधरी एक शिक्षक थे. जब ओपी चौधरी 8 साल के थे तभी पिता का स्वर्गवास हो गया था. जिसके बाद इनकी माता ने ही ओपी चौधरी की परवरिश की. ओपी चौधरी ने बारहवीं तक की स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूलों में पूरी की. जिसके बाद बीएससी गणित विषय के साथ स्नातक पूरा किया. 23 साल के कम आयु में ही ओपी ने 2005 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की और आईएएस बने. जिसके बाद उन्होंने 13 साल तक छत्तीसगढ़ में प्रशासकीय सेवा दिया. ओपी चौधरी रायपुर के कलेक्टर भी रह चुके हैं.
ओपी चौधरी का राजनीतिक सफर: साल 2018 में ओपी चौधरी ने आईएएस पद से इस्तीफा दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. खरसिया विधानसभा सीट से 2018 में उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लेकिन 2023 में रायगढ़ विधानसभा सीट से उन्होंने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. अब वे छत्तीसगढ़ के अगले सीएम की रेस में भी बने हुए हैं.
ओपी चौधरी ने जीते कई अवॉर्ड: ओपी चौधरी ने अपनी 13 साल की सर्विस में कई बेहतरीन कार्य किए. उन्होंने छत्तीसगढ़ में कई योजनाओं पर काम किया. जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना की गई. इसलिए उन्हें कई बार सम्मान भी मिला. वह रायपुर में विकास परियोजनाओं के लिए जाने जाते है. वे स्कूल तथा कॉलेजों के पाठयक्रम में कैरियर मार्गदर्शन में विकास हेतु प्रसिद्ध व्यक्ति हैं. जिला दंतेवाड़ा में तमन्ना, नन्हे परिंदे, छू लो आसमान, शिक्षा शहर, लाइवलीहुड कॉलेज जैसे विशेष शैक्षिक परियोजनाओं का शुभारंभ उन्होंने किया. इन परियोजनाओं की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में व्यापक सराहना की जाती है. इन्ही विशेष शैक्षिक परियोजनाओं के शुभारंब के लिए ओपी चौधरी को प्रधान मंत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.