रायपुर: बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस (congress) लगातार केंद्र सरकार (central government) पर हमलवार है. छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस (Chhattisgarh Mahila Congress) ने पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी को लेकर मोदी सरकार (modi government) पर निशाना साधा है. बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में महिला कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक सीडी जारी की. सीडी में बढ़ती महंगाई के लिए मोदी सरकार (Modi Governent) को जिम्मेदार ठहराया गया है.
गांव-गांव तक पहुंचाई जाएगी सीडी: मरकाम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बताया कि यह सीडी मोदी सरकार के 7 साल की विफलताओं पर आधारित है. कांग्रेस इस सीडी को घर-घर वितरित कर लोगों को केंद्र सरकार की नाकामियों के बारे में बताएगी.
20 जून को प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन
महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष फूलो देवी नेताम ने कहा कि 'मोदी सरकार ने जनता से वादाखिलाफी की है, महंगाई को आसमान पर पहुंचा दिया है. महंगाई को लेकर प्रदेश महिला कांग्रेस 20 जून को प्रदर्शन करने वाली है. हालांकि ये प्रदर्शन वर्चुअल होगा.'
लोगों को दाल-रोटी भी नहीं हो रही नसीब: फूलो देवी नेताम
फूलो देवी नेताम ने कहा कि 'महंगाई के मुद्दे पर ही 2014 में मोदी सरकार सत्ता में आई थी. 7 साल में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि लोगों को दाल-रोटी भी बड़ी मुश्किल से नसीब हो रही है. जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तो उस समय बीजेपी नेता महंगाई को लेकर प्रदर्शन किया करते थे, लेकिन अब वह नेता कहां छिप कर बैठ गए हैं. ये नेता क्यों दिखाई नहीं देते ?. मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण पूरे देश में हाहाकार मचा है.'
अब बासी चाय को फेंकना होगा : छाया वर्मा
राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि '2014 से पहले जो बीजेपी नेता महंगाई को लेकर धरना देते थे, वो अब चुप हैं. देश को केवल दो लोग चला रहे हैं. एक शाह और दूसरा शहंशाह. मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. छाया वर्मा ने कहा कि देश की जनता ने धोखे से दो बार चाय पी ली, लेकिन अब चाय वाला ज्यादा दिन नहीं चलने वाला है. चाय बासी हो चुकी है, अब इसे फेंकना पड़ेगा.'
हमारी सरकार के दौरान ईंधन सस्ता था: ज्योत्सना महंत
सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने कहा कि 'यूपीए सरकार के दौरान कच्चा तेल महंगा था तब डीजल-पेट्रोल सस्ता था. अब कच्चा तेल सस्ता है, बावजूद इसके पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. कोरोना और लॉकडाउन के चलते देश 30 से 35 साल पीछे चला गया है.'