रायपुर: छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने कृषि कानून को लेकर खेती बचाओ यात्रा शुरू की है. रायपुर से गुरुवार को खेती बचाओ यात्रा रवाना की गई है. यात्रा देर रात तक दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. केंद्र सरकार और किसानों की 8वीं वार्ता विफल हो गई है. इसको लेकर छत्तीसगढ़ किसान संघ ने केंद्र पर हमला बोला है. किसानों ने कहा केंद्र सरकार देश के किसानों के साथ नहीं है.
![Chhattisgarh Kisan Mazdoor Federation Kheti Bachao Yatra will reach Delhi in raipur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rpr-07-kisan-delhi-yatra-dry-cg10001_08012021185415_0801f_1610112255_298.jpg)
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छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही, पारसनाथ साह, रूपन चंद्राकर, सौरा यादव वीरेंद्र पांडे, मनमोहन सिंह सैलानी और गौतम ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोला है. कहा है कि केंद्र सरकार देश के किसानों के साथ नहीं है. वार्ता को अनावश्यक लंबी करके किसानों का वक्त जाया करने में लगी है, ताकि किसानों के हौसले टूट जाएं.
![Chhattisgarh Kisan Mazdoor Federation Kheti Bachao Yatra will reach Delhi in raipur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rpr-07-kisan-delhi-yatra-dry-cg10001_08012021185415_0801f_1610112255_969.jpg)
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'आंदोलन जितना लंबा होगा, उतना ही मजबूत होगा'
किसान नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार को अब तो समझ में आ जाना चाहिए. जब छत्तीसगढ़ से भी किसानों के जत्थे दिल्ली रवाना हो रहे हैं. कुछ ही राज्यों के किसानों का आंदोलन बताने की बजाय मोदी सरकार को स्वीकार करना चाहिए. आंदोलन जितना लंबा होगा, उतना ही मजबूत होगा. अब यह तभी समाप्त होगा, जब मोदी सरकार तीनों काले कानून को वापस ले.
'किसान विरोधी चेहरा पूरी दुनिया को दिखाई देने लगा'
किसान नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का किसान विरोधी चेहरा पूरी दुनिया को दिखाई देने लगा है. इसलिए अब देश के किसान मांग करते हैं. भारतीय जनता पार्टी अपने झंडे से हरा रंग को हटा दें. वो सिर्फ एक ही रंग भगवा के लिये समर्पित है, किसानों के लिए नहीं है.
'जब तक काले कानून वापस नहीं तब तक घर नहीं'
छत्तीसगढ़ से दिल्ली गए 200 किसानों का जत्था तेजराम विद्रोही का नेतृत्व में रवाना हो गया है. गजेंद्र कोसले, नवाब गिलानी, ज्ञानी बलजिंदर सिंह, अमरीक सिंह और सुखविंदर सिंह सिद्धू ने जानकारी दी. 7 गाड़ियों में किसानों का जत्था रवाना किया गया है. देर रात दिल्ली पहुंचने की संभावना है. यात्रा उत्तर प्रदेश की सीमा पार कर गई है. जत्थे में शामिल सभी 200 किसानों ने अपना संकल्प दोहराया है. जब तक काले कानून वापस नहीं तब तक घर वापसी नहीं होगी.