ETV Bharat / state

कोटा में फंसे छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए बसों को किया गया रवानाः भूपेश बघेल - कोटा स्टूडेंट

पढ़ाई के लिए राजस्थान के कोटा गए बच्चे लॉकडाउन की वजह से वहां फंस गए हैं, इन्हें वापस लाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने बसों को रवाना कर दिया है.

CM Bhupesh Baghel
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
author img

By

Published : Apr 24, 2020, 10:32 PM IST

Updated : Apr 25, 2020, 9:45 AM IST

रायपुरः कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन के दौरान सभी तरह के परिवहन बंद है, जिसकी वजह से दूसरे राज्यों में पढ़ने गए बच्चे और रोजगार की तलाश में गए मजदूर वहीं फंसे हुए हैं, जिन्हें वापस लाने के लिए, छ्त्तीसगढ़ शासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है. कोटा में पढ़ने गए बच्चों को वापस लाने के लिए बसों को रवाना किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि 'भारत सरकार की सहमति के बाद कोटा में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए बसों को रवाना कर दिया गया है. ज्यादा दूरी होने की वजह से इन बसों के साथ अधिकारी और एम्बुलेंस भी भेजी गई है, ताकि कोई परेशानी न हो. कोटा में लगभग 1 हजार 500 छात्र-छात्राएं फंसे हैं.

इसके अलावा राज्य शासन की ओर से दूसरे राज्यों से भी जानकारी ली जा रही है. वहीं दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को भी वापस लाने की कोशिश की जा रही है, अधिकारियों के मुताबिक प्रवासी मजदूरों की संख्या 1 लाख से भी ज्यादा है, लेकिन उन्हें फंसे हुए मजदूरों की पूरी जानकारी लेने के लिए निर्देशित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोटा से आने वाले बच्चों को क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा और स्वस्थ होने पर ही बच्चों को घर जाने की अनुमति दी जाएगी.

रायपुरः कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन के दौरान सभी तरह के परिवहन बंद है, जिसकी वजह से दूसरे राज्यों में पढ़ने गए बच्चे और रोजगार की तलाश में गए मजदूर वहीं फंसे हुए हैं, जिन्हें वापस लाने के लिए, छ्त्तीसगढ़ शासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है. कोटा में पढ़ने गए बच्चों को वापस लाने के लिए बसों को रवाना किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि 'भारत सरकार की सहमति के बाद कोटा में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए बसों को रवाना कर दिया गया है. ज्यादा दूरी होने की वजह से इन बसों के साथ अधिकारी और एम्बुलेंस भी भेजी गई है, ताकि कोई परेशानी न हो. कोटा में लगभग 1 हजार 500 छात्र-छात्राएं फंसे हैं.

इसके अलावा राज्य शासन की ओर से दूसरे राज्यों से भी जानकारी ली जा रही है. वहीं दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को भी वापस लाने की कोशिश की जा रही है, अधिकारियों के मुताबिक प्रवासी मजदूरों की संख्या 1 लाख से भी ज्यादा है, लेकिन उन्हें फंसे हुए मजदूरों की पूरी जानकारी लेने के लिए निर्देशित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोटा से आने वाले बच्चों को क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा और स्वस्थ होने पर ही बच्चों को घर जाने की अनुमति दी जाएगी.

Last Updated : Apr 25, 2020, 9:45 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.