रायपुर: छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों अधिकारियों की हड़ताल समाप्त हो गई है. मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात के बाद छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की है. कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने मांगें पूरी नहीं होने पर आने वाले दिनों में फिर से हड़ताल करने की बात भी कही है. छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारी और अधिकारी 22 अगस्त से महंगाई भत्ता यानी डीए और गृह भाड़ा भत्ता यानी एचआरए को लेकर हड़ताल कर रहे थे.
कब से चल रही थी हड़ताल: डीए बढ़ाने की मांग को लेकर पिछले 12 दिनों से सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों की हड़ताल चल रही थी. कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे से चर्चा के बाद काम पर लौटने का फैसला किया है.
सीएम ने की थी काम पर लौटने की अपील: सीएम भूपेश बघेल ने कर्मचारियों अधिकारियों से हड़ताल खत्म करने की अपील की थी. 31 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि "अनिश्चितकालीन हड़ताल से आम लोगों को परेशानी हो रही है." सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अपील का स्वागत हड़ताली कर्मचारी अधिकारियों ने किया, लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक आपस में बैठकर बात नहीं हो जाती, तब तक हड़ताल वापस नहीं होगी. इसके बाद कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने गुरुवार को एक बैठक की. इसके बाद शुक्रवार को संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कर्मचारियों अधिकारियों को चर्चा के लिए बुलाया. रविंद्र चौबे से चर्चा के बाद कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने काम पर लौटने का फैसला किया है.
सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया था पत्र: सामान्य प्रशासन विभाग ने कर्मचारी हड़ताल के संबंध में पत्र जारी किया है. जिसमें कर्मचारियों को एक या दो सितंबर से काम पर लौटने की स्थिति में हड़ताल की अवधि को अवकाश में समायोजित करने की बात कही गई, साथ ही वेतन जारी करने के निर्देश भी दिए. सभी विभाग और कार्यालय प्रमुखों को यह निर्देश दिए गए थे कि हड़ताल से लौटने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करें.
DA HRA बढ़ाने की मांग को लेकर हुई हड़ताल: कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले प्रदेश भर के लगभग 105 संगठन के कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर थे. महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर 22 अगस्त से हड़ताल जारी थी. जिससे शासकीय विभागों के सभी काम पूरी तरह ठप हो गए थे.