रायपुर: विपक्षियों के विरोध प्रदर्शन का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अब सत्ता पक्ष ने भी कमर कस ली है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का विधानसभा स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का दूसरा सत्र शनिवार को राजधानी रायपुर में हुआ. शिविर में चुनावी पहलुओं पर विषय विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया. शिविर में 200 कांग्रेस नेताओं को पांच विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया. शिविर में कांग्रेस को सोशल मीडिया पर कैसे पार्टी का प्रमोशन करना है, चुनावी रणनीति कैसे बनानी है, जैसे विषयों पर प्रशिक्षण चर्चा की गई.
इलेक्शन मोड में कांग्रेस: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस दौरान कहा कि "कुमारी शैलजा के निर्देश पर लगातार प्रशिक्षण का कार्यक्रम चलाया गया है. आपने देखा कि 5 संभागों का प्रशिक्षण हो गया. कल विधानसभा स्तर को भी पाटन से शुरू किया गया है. सभी जिला अध्यक्ष और जितने भी निगम मंडल के अध्यक्ष हैं, उनके प्रशिक्षण का कार्यक्रम कराया जा रहा है. इसके बाद फिर विधानसभा का लगातार प्रशिक्षण चलेगा, जिसमें बहुत तेजी से प्रशिक्षण दिया जाएगा. 5 लोगों की टीम बना दी गई है. पहले सेक्टर और जोन के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. उसके बाद बूथ का प्रशिक्षण इसके बाद होगा."
"कांग्रेस का इतिहास और कांग्रेस के नेताओं का योगदान आजादी के पहले आजादी के बाद देश के नवनिर्माण में क्या-क्या भूमिका रही. दूसरी तरफ आज जिससे हमारी लड़ाई है, जो कि व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है बल्कि वैचारिक. उनके विचार क्या हैं और हमारे विचार क्या हैं. हमारे नेताओं का योगदान क्या रहा, उनके नेताओं का योगदान क्या रहा, हमारे जो नेताओं की भूमिका क्या रही, इन सारे विषयों पर पार्टी के पदाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धि और बूथ मैनेजमेंट इन सब के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है." - भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री
निशाने पर रही भाजपा: शिविर में कांग्रेस की उपलब्धियों के साथ ही बीजेपी और आरएसएस की कमियों का भी खूब बखान किया गया. बीजेपी सरकार की विफलताओं के बारे में पदाधिकारियों चर्चा की. कांग्रेस ने शिविर का नाम "तैयार हैं हम" रखा है.