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Mineral Revenue: छत्तीसगढ़ सरकार ने खनिजों से कमाए 12941 करोड़

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Published : Apr 23, 2023, 11:06 PM IST

Updated : Apr 24, 2023, 2:50 PM IST

खनिजों के मामले में समृद्ध छत्तीसगढ़ इसी के बलबूते खुद को मजबूत भी कर रहा है. सरकार को खनिजों से भरपूर राजस्व मिल रहा है. पिछले साल की तुलना में सरकार को इस साल 600 करोड़ रुपए से ज्यादा का रिकाॅर्ड राजस्व मिला है.record mineral revenue

record mineral revenue
छत्तीसगढ़ सरकार ने खनिजों से कमाए 12941 करोड़ का राजस्व

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार को वर्ष 2022-23 में खनिजों से रिकॉर्ड 12941 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है. यह पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 636 करोड़ रुपए ज्यादा है. रविवार को राज्य सरकार के एक अधिकारी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि "लौह अयस्क से सबसे ज्यादा 3607 करोड़ रुपए और कोयले से 3336 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं. खनिज राजस्व के मामले में दंतेवाड़ा सबसे ज्यादा कमाई करने वाला जिला रहा."

दंतेवाड़ा से 6419 करोड़ की कमाई: चूना पत्थर और बॉक्साइट से भी अच्छा खासा राजस्व प्राप्त हुआ. दंतेवाड़ा ने 6419 करोड़ रुपए का योगदान दिया. इसके बाद कोरबा ने 2361 करोड़ रुपए, रायगढ़ ने 1717 करोड़ रुपए, बालोद ने 760 करोड़ रुपए, बलौदा बाजार ने 315 करोड़ रुपए, कांकेर ने 286 करोड़ रुपए और सरगुजा ने 262 करोड़ रुपए का योगदान दिया. जियोलॉजी एंड माइनिंग के संयुक्त निदेशक अनुराग दीवान ने कहा कि "राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में 29 खनिज ब्लॉकों की राजस्व साझेदारी के आधार पर नीलामी की है, जिससे आने वाले वर्षों में राज्य को एक लाख करोड़ रुपए मिलेंगे."

यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में कोयला खनन से 3 साल में 7217 करोड़ रुपये मिला राजस्व

चूना पत्थर की नीलामी से कमाए 52.52 लाख रुपए: अनुराग दीवान ने बताया कि "पहली बार राजस्व बंटवारा प्रणाली के तहत राज्य सरकार चूना पत्थर के दो ब्लॉकों की नीलामी में भाग लेकर 52.52 लाख रुपए अर्जित करने में सफल रही." दीवान ने बताया कि "साल 2015-16 में शुरू की गई राज्य सरकार की नीति ने दो प्रमुख चूना पत्थर ब्लॉकों बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में करही चांदी और रायपुर जिले में केसला की ई-नीलामी की सुविधा दी है.

जियोलॉजी एंड माइनिंग के संयुक्त निदेशक अनुराग दीवान ने कहा कि "इन ब्लॉकों से चूना पत्थर का उत्पादन 2022-23 में शुरू हुआ था. सरकार ने राजस्व-साझा करने की प्रणाली के तहत अपना हिस्सा हासिल किया है, जिसमें रॉयल्टी, डीएमएफ, पर्यावरण और बुनियादी ढांचा शुल्क शामिल हैं."

(स्त्रोत-पीटीआई)

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार को वर्ष 2022-23 में खनिजों से रिकॉर्ड 12941 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है. यह पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 636 करोड़ रुपए ज्यादा है. रविवार को राज्य सरकार के एक अधिकारी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि "लौह अयस्क से सबसे ज्यादा 3607 करोड़ रुपए और कोयले से 3336 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं. खनिज राजस्व के मामले में दंतेवाड़ा सबसे ज्यादा कमाई करने वाला जिला रहा."

दंतेवाड़ा से 6419 करोड़ की कमाई: चूना पत्थर और बॉक्साइट से भी अच्छा खासा राजस्व प्राप्त हुआ. दंतेवाड़ा ने 6419 करोड़ रुपए का योगदान दिया. इसके बाद कोरबा ने 2361 करोड़ रुपए, रायगढ़ ने 1717 करोड़ रुपए, बालोद ने 760 करोड़ रुपए, बलौदा बाजार ने 315 करोड़ रुपए, कांकेर ने 286 करोड़ रुपए और सरगुजा ने 262 करोड़ रुपए का योगदान दिया. जियोलॉजी एंड माइनिंग के संयुक्त निदेशक अनुराग दीवान ने कहा कि "राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में 29 खनिज ब्लॉकों की राजस्व साझेदारी के आधार पर नीलामी की है, जिससे आने वाले वर्षों में राज्य को एक लाख करोड़ रुपए मिलेंगे."

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चूना पत्थर की नीलामी से कमाए 52.52 लाख रुपए: अनुराग दीवान ने बताया कि "पहली बार राजस्व बंटवारा प्रणाली के तहत राज्य सरकार चूना पत्थर के दो ब्लॉकों की नीलामी में भाग लेकर 52.52 लाख रुपए अर्जित करने में सफल रही." दीवान ने बताया कि "साल 2015-16 में शुरू की गई राज्य सरकार की नीति ने दो प्रमुख चूना पत्थर ब्लॉकों बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में करही चांदी और रायपुर जिले में केसला की ई-नीलामी की सुविधा दी है.

जियोलॉजी एंड माइनिंग के संयुक्त निदेशक अनुराग दीवान ने कहा कि "इन ब्लॉकों से चूना पत्थर का उत्पादन 2022-23 में शुरू हुआ था. सरकार ने राजस्व-साझा करने की प्रणाली के तहत अपना हिस्सा हासिल किया है, जिसमें रॉयल्टी, डीएमएफ, पर्यावरण और बुनियादी ढांचा शुल्क शामिल हैं."

(स्त्रोत-पीटीआई)

Last Updated : Apr 24, 2023, 2:50 PM IST
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