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छत्तीसगढ़ सहकारी दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष रसिक परमार ने दिया इस्तीफा - registrar of cooperatives himshikhar gupta

छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के डेढ़ साल बाद सहकारी दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष रसिक परमार ने इस्तीफा दिया.

rasik parmar
रसिक परमार ने दिया इस्तीफा
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Published : Jul 23, 2020, 12:44 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ सहकारी दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष रसिक परमार ने बुधवार को अपना इस्तीफा दे दिया. रसिक परमार ने इस्तीफा पंजीयक सहकारी संस्था को भेजा है. रजिस्ट्रार द्वारा हटाने के एक माह बाद परमार ने इस्तीफा दिया है.

rasik parmar
रसिक परमार ने दिया इस्तीफा


पढ़ें: 27 जुलाई के बाद भी भर सकेंगे PSC मेंस का फॉर्म: हाईकोर्ट

परमार पर करोड़ों की गड़बड़ी का आरोप
सहकारी संस्थाएं पंजीयक हिमशिखर गुप्ता ने ऑडिट रिपोर्ट में जांच के दौरान पाया कि इस पूरे मामले में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी हुई है. अध्यक्ष रसिक परमार पर 25 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का आरोप है. परमार पर आरोप है कि उन्हेंने अपने कार्यकाल के दौरान 2013 से 2018 तक प्राधिकृत अधिकारी और उसके बाद निर्वाचित अध्यक्ष रहने के दौरान कार्यों में लापरवाही की है. पूरे मामले का खुलासा होने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जांच में संस्था के योजनाओं और क्रियान्वयन में गड़बड़ी होने के चलते अब FIR की तैयारी भी चल रही है.

पढ़ें: पुलिस आधुनिकीकरण फंड में लगातार कटौती को लेकर ताम्रध्वज साहू ने केंद्रीय गृहमंत्री को लिखा पत्र

3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक
इस संबंध में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि दुग्ध महासंघ में अनियमितता की लगातार शिकायत मिल रही है. जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी. इधर इस्तीफे को लेकर रसिक परमार का कहना है कि उन्हें अपने दायित्व को निभाने में काफी तकलीफ आ रही थी, इसी वजह से उन्होंने इस्तीफे का फैसला लिया. बता दें कि रजिस्ट्रार हिमशिखर गुप्ता ने रसिक परमार के इस्तीफे के बाद 3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है. भाजपा नेता रसिक परमार कांग्रेस सरकार बनने के बाद भी अपने पद पर बने हुए थे.

रायपुर: छत्तीसगढ़ सहकारी दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष रसिक परमार ने बुधवार को अपना इस्तीफा दे दिया. रसिक परमार ने इस्तीफा पंजीयक सहकारी संस्था को भेजा है. रजिस्ट्रार द्वारा हटाने के एक माह बाद परमार ने इस्तीफा दिया है.

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रसिक परमार ने दिया इस्तीफा


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परमार पर करोड़ों की गड़बड़ी का आरोप
सहकारी संस्थाएं पंजीयक हिमशिखर गुप्ता ने ऑडिट रिपोर्ट में जांच के दौरान पाया कि इस पूरे मामले में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी हुई है. अध्यक्ष रसिक परमार पर 25 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का आरोप है. परमार पर आरोप है कि उन्हेंने अपने कार्यकाल के दौरान 2013 से 2018 तक प्राधिकृत अधिकारी और उसके बाद निर्वाचित अध्यक्ष रहने के दौरान कार्यों में लापरवाही की है. पूरे मामले का खुलासा होने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जांच में संस्था के योजनाओं और क्रियान्वयन में गड़बड़ी होने के चलते अब FIR की तैयारी भी चल रही है.

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3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक
इस संबंध में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि दुग्ध महासंघ में अनियमितता की लगातार शिकायत मिल रही है. जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी. इधर इस्तीफे को लेकर रसिक परमार का कहना है कि उन्हें अपने दायित्व को निभाने में काफी तकलीफ आ रही थी, इसी वजह से उन्होंने इस्तीफे का फैसला लिया. बता दें कि रजिस्ट्रार हिमशिखर गुप्ता ने रसिक परमार के इस्तीफे के बाद 3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है. भाजपा नेता रसिक परमार कांग्रेस सरकार बनने के बाद भी अपने पद पर बने हुए थे.

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