रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने दुर्ग से भाजपा सांसद विजय बघेल पर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस ने विजय बघेल पर चुनाव के दौरान कृषि भूमि से संबंधित गलत जानकरी देने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि दुर्ग लोकसभा सांसद ने चुनाव के पूर्व नामांकन पत्र में गलत जानकारी दी है. पार्टी ने विजय बघेल की सदस्यता रद्द करने की मांग की है.
कांग्रेस का आरोप है कि विजय बघेल ने चुनाव के पूर्व नामांकन पत्र में गलत जानकारी दी है. चुनाव लड़ने से पूर्व विजय बघेल के पास ज्यादा जमीन थी. लेकिन उन्होंने नामांकन पत्र में कम भूमि की जानकारी दी और अपनी संपत्ति छिपाई.
कांग्रेस का दावा-
2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में विजय बघेल ने अपने नाम निर्देशन पत्र में कृषि भूमि 1.35 एकड़ ग्राम उरला, पाटन में और 0.708 एकड़ भूमि ग्राम जनगिरी, धमधा में दर्शाई. लेकिन पिछले वर्षों में विजय बघेल शासकीय धान प्रक्रिया में शामिल हुए और औंधी धान उपार्जन केंद्र में जो धान बेचा उसकी जानकारी इस तरह है-
साल | कुल जमीन | कुल धान बिक्री | कीमत |
2017-18 | 1.35 हेक्टेयर | 49.6 क्विंटल धान | 76,880 |
2018-19 | 6.86 हेक्टेयर | 253.6 क्विंटल धान | 5,19,880 |
2019-20 | 6.86 हेक्टेयर | 253.6 क्विंटल धान | 4,65,132 |
2020-21 | 6.74 हेक्टेयर | 249.2 क्विंटल धान | 4,65,505 |
गलत जानकारी देने का आरोप
इस तरह कांग्रेस का आरोप है कि विजय बघेल ने अपने नाम निर्देशन पत्र में गलत जानकारी प्रस्तुत की है. आरोप है कि उन्होंने अपनी कृषि भूमि और संयुक्त समिति वाली भूमि का विवरण छुपाया है, जो एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता.
'लिस्ट से हुआ खुलासा'
कांग्रेस के मुताबिक सरकारी धान बेचने वाले भाजपा के नेताओं की सूची तैयार करने के दौरान ये फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. कांग्रेस के मुताबिक लोकसभा क्षेत्र के एक मतदाता अश्वनी साहू ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है. पीसीसी उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रमुख प्रवक्ता शैलेष नितिन त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर कई मुद्दों को लेकर आरोप लगाया. कांग्रेस ने कहा कि प्रदेश के 9 बीजेपी सांसदों में से एक ने भी केंद्र के सामने छत्तीसगढ़ के किसानों का पक्ष नहीं रखा. प्रदेश के बीजेपी सांसद राजीव गांधी न्याय योजना का भी लाभ ले रहे हैं.