रायपुर: प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने शुक्रवार को अंतिम सांस ली. जोगी 74 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए. साल 2000 से 2003 तक प्रदेश के मुखिया रहे अजीत जोगी 9 मई को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. निधन के बाद से ही प्रदेश भर से लोग उनके दर्शन के लिए पहुंच रहे थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे.
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शनिवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को रायपुर से मरवाही सदन बिलासपुर के लिए ले जाया जाएगा. जहां जन साधारण के अंतिम दर्शन के बाद उन्हें वहां से आगे रतनपुर केंदा मार्ग होते हुए पैतृक गांव जोगीसार, गौरेला ले जाया जाएगा.
बता दें अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रहे. बोलने की कला में माहिर अजीत जोगी ने प्रदेश की कमान नवंबर 2000 से दिसंबर 2003 तक संभाली. जोगी राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के अलावा संसद के दोनों सदनों के सदस्य रहे. 2016 में अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी को पार्टी विरोधी गतिविधियों और छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ में उप-चुनावों के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था.
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन से राज्य में शोक की लहर है. प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत कई बड़े नेता अजीत जोगी के अंतिम दर्शन को पहुंचे. देशभर से कई बड़े नेताओं ने उन्हें याद किया. गृह ग्राम जोगीसार से गौरेला के पैतृक जोगी निवास पहुंचने के बाद सेनेटोरियम (मरवाही विधानसभा) में अंतिम संस्कार होना है, जिसकी तैयारी चल रही है.