रायपुर: कांग्रेस में नेतृत्व पर लगातार उठ रहे सवाल पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने बड़ी बात कही है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ काम करेंगे तो कुछ भी असंभव नहीं, जैसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस 15 साल बाद लौट सकती है, देश में भी कांग्रेस वापसी कर सकती है.
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सोनिया जी और राहुल जी के नेतृत्व पर हर कांग्रेस कार्यकर्ता का अटूट भरोसा है। हार, जीत लोकतंत्र का हिस्सा है। किसी भी हार से न तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है और न नेतृत्व हार मानता है।
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छत्तीसगढ़ उदाहरण है कि हम 15 साल बाद भी लौट सकते हैं और ठीक तरह से लौट सकते हैं।
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— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 17, 2020
छत्तीसगढ़ उदाहरण है कि हम 15 साल बाद भी लौट सकते हैं और ठीक तरह से लौट सकते हैं।सोनिया जी और राहुल जी के नेतृत्व पर हर कांग्रेस कार्यकर्ता का अटूट भरोसा है। हार, जीत लोकतंत्र का हिस्सा है। किसी भी हार से न तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है और न नेतृत्व हार मानता है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 17, 2020
छत्तीसगढ़ उदाहरण है कि हम 15 साल बाद भी लौट सकते हैं और ठीक तरह से लौट सकते हैं।
15 बाद भी कर सकते हैं वापसी
भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा है,"सोनिया जी और राहुल जी के नेतृत्व पर हर कांग्रेस कार्यकर्ता का अटूट भरोसा है. हार, जीत लोकतंत्र का हिस्सा है. किसी भी हार से न तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है और न नेतृत्व हार मानता है. छत्तीसगढ़ उदाहरण है कि हम 15 साल बाद भी लौट सकते हैं और ठीक तरह से लौट सकते हैं."
कपिल सिब्बल ने उठाये थे सवाल
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाये थे. कपिल सिब्बल ने कहा था कि, "बिहार में एनडीए के बाद आरजेडी दूसरे नंबर की पार्टी है. कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, लेकिन पार्टी नेतृत्व का मानना है कि चुनाव में हार से पार्टी का काम नहीं रुकना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस बिहार में मिली हार पर आत्मनिरीक्षण करेगी."
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पार्टी के अंदर की बात बाहर करना ठीक नहीं
कपिल सिब्बल के इस बयान के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इशारों-इशारों मे कपिल सिब्बल को हिदायत देते हुए ट्वीट कर कहा है, "कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व का सवाल पार्टी का अंदरूनी मसला है. इसपर सार्वजनिक रूप से बात करना ठीक नहीं. किसी को भी इससे बचना चाहिए."
कार्यकर्ताओं में भरा जोश
कपिल सिब्बल के बयान पर ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने और कांग्रेस नेतृत्व पर उठ रहे सवाल को लेकर कहा कि, सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व पर कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का अटूट विश्वास है. हार-जीत लगी रहती है. अगर मेहनत किया जाए तो 15 साल बाद भी वापसी के रास्ते बन सकते हैं.