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छत्तीसगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मनाया जाएगा बोरे बासी तिहार

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Published : Apr 29, 2023, 4:25 PM IST

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर लोगों से बोरे बासी तिहार मनाने की अपील की है. सीएम ने लोगों को बोरे बासी खाकर किसानों और श्रमिकों का मान बढ़ाने की बात कही है.

bore basi
बोरे बासी तिहार

रायपुर: छत्तीसगढ़ में साल 2022 में सीएम बघेल ने लोगों से एक मई के दिन बोरे बासी खाने की अपील की थी. हर तबके के लोगों ने सीएम की अपील के बाद बोरे बासी खाकर अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया था. सीएम ने 1 मई को बोरे बासी खाने की परम्परा शुरू की. इस बार भी सीएम ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से बोरे बासी खानी की अपील की है.

श्रमिकों और किसानों का मान बढ़ाने की अपील: सीएम बघेल ने एक मई के दिन किसानों और श्रमिकों का मान बढ़ाने के लिए बोरे बासी खाने की लोगों से अपील की. इससे लोग भावनात्मक और सांस्कृतिक रुप से जुड़ेंगे. सीएम ने लोगों से अपील की है कि" किसानों और श्रमिकों का मान बढ़ाने के लिए बोरे बासी तिहार मनाएं. पिछले साल देश ही नहीं विदेशों में भी लोगों ने बोरे बासी खाकर सोशल मीडिया में तस्वीरें शेयर की थी."

  • आइए मनाएँ ‘श्रम का उत्सव’

    मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel जी ने 1 मई को श्रमिक दिवस के अवसर पर ‘बोरे-बासी’ खा कर श्रम का सम्मान बढ़ाने और अपनी गौरवशाली संस्कृति पर गर्व करने की अपील की है।

    इस श्रमिक दिवस पर आइए,बोरे-बासी खा कर श्रम का सम्मान करें…अपनी समृद्ध संस्कृति पर… pic.twitter.com/Vlb0EeNcYA

    — CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) April 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

छत्तीसगढ़िया आहार में बोरे बासी का महत्व: छत्तीसगढ़िया भोजन में बोरे बासी का काफी महत्व है. इसे खाने से सेहत काफी अच्छा रहता है.ये डाइजेशन सिस्टम को सही रखता है. ये छत्तीसगढ़ का प्रमुख भोजन है.

  • आइए मनाएँ, उत्सव मेहनतकशों के मान का, अपनी समृद्ध ,सांस्कृतिक विरासत के सम्मान का

    1 मई को, मजदूर दिवस के अवसर पर ‘बोरे बासी’
    ज़रूर खायें, फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर #HamarBoreBaasi के साथ ज़रूर साझा करें।

    और हाँ, @ChhattisgarhCMO को टैग करना न भूलिएगा, आपके वाले #BoreBaasipic.twitter.com/qzgnZ85tSM

    — CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) April 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यह भी पढ़ें: सोनिया गांधी को विषकन्या कहने पर भड़के बघेल ने मन की बात पर किया कटाक्ष, कहा- 'कब सुनेंगे लोगों के मन की बात'

कैसे बनता है बोरे बासी: रात के पके चावल को रात को भिगो दिया जाता है. सुबह इसमें नमक मिलाया जाता है. फिर सब्जी, प्याज, आचार, पापड़, बिजौरी के साथ इसे खाया जाता है. कई बार लोग केवल नमक और प्याज के साथ भी इसे खाते हैं.

बोरे-बासी में विटामिन: बोरे बासी में विटामिन बी-12 अधिक मात्रा में होती है. इसे खाने से पाचन क्रिया सही रहती है. ये शरीर में ठंडक देती है. ब्लड और हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने का भी काम करती है. गर्मी के दिनों में बोरे-बासी शरीर को ठंडा रखती है. बोरे-बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में साल 2022 में सीएम बघेल ने लोगों से एक मई के दिन बोरे बासी खाने की अपील की थी. हर तबके के लोगों ने सीएम की अपील के बाद बोरे बासी खाकर अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया था. सीएम ने 1 मई को बोरे बासी खाने की परम्परा शुरू की. इस बार भी सीएम ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से बोरे बासी खानी की अपील की है.

श्रमिकों और किसानों का मान बढ़ाने की अपील: सीएम बघेल ने एक मई के दिन किसानों और श्रमिकों का मान बढ़ाने के लिए बोरे बासी खाने की लोगों से अपील की. इससे लोग भावनात्मक और सांस्कृतिक रुप से जुड़ेंगे. सीएम ने लोगों से अपील की है कि" किसानों और श्रमिकों का मान बढ़ाने के लिए बोरे बासी तिहार मनाएं. पिछले साल देश ही नहीं विदेशों में भी लोगों ने बोरे बासी खाकर सोशल मीडिया में तस्वीरें शेयर की थी."

  • आइए मनाएँ ‘श्रम का उत्सव’

    मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel जी ने 1 मई को श्रमिक दिवस के अवसर पर ‘बोरे-बासी’ खा कर श्रम का सम्मान बढ़ाने और अपनी गौरवशाली संस्कृति पर गर्व करने की अपील की है।

    इस श्रमिक दिवस पर आइए,बोरे-बासी खा कर श्रम का सम्मान करें…अपनी समृद्ध संस्कृति पर… pic.twitter.com/Vlb0EeNcYA

    — CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) April 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

छत्तीसगढ़िया आहार में बोरे बासी का महत्व: छत्तीसगढ़िया भोजन में बोरे बासी का काफी महत्व है. इसे खाने से सेहत काफी अच्छा रहता है.ये डाइजेशन सिस्टम को सही रखता है. ये छत्तीसगढ़ का प्रमुख भोजन है.

  • आइए मनाएँ, उत्सव मेहनतकशों के मान का, अपनी समृद्ध ,सांस्कृतिक विरासत के सम्मान का

    1 मई को, मजदूर दिवस के अवसर पर ‘बोरे बासी’
    ज़रूर खायें, फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर #HamarBoreBaasi के साथ ज़रूर साझा करें।

    और हाँ, @ChhattisgarhCMO को टैग करना न भूलिएगा, आपके वाले #BoreBaasipic.twitter.com/qzgnZ85tSM

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कैसे बनता है बोरे बासी: रात के पके चावल को रात को भिगो दिया जाता है. सुबह इसमें नमक मिलाया जाता है. फिर सब्जी, प्याज, आचार, पापड़, बिजौरी के साथ इसे खाया जाता है. कई बार लोग केवल नमक और प्याज के साथ भी इसे खाते हैं.

बोरे-बासी में विटामिन: बोरे बासी में विटामिन बी-12 अधिक मात्रा में होती है. इसे खाने से पाचन क्रिया सही रहती है. ये शरीर में ठंडक देती है. ब्लड और हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने का भी काम करती है. गर्मी के दिनों में बोरे-बासी शरीर को ठंडा रखती है. बोरे-बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं.

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