रायपुर: मुख्यमंत्री आवास के सामने 29 जून को बेरोजगारी से जूझ रहे धमतरी के हरदेव सिन्हा ने आत्मदाह कर लिया था, जिसकी इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गई. इस घटना को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भाजयुमो ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने की मांग की है. इसके अलावा कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है.
दरअसल, 29 जून को हरदेव सिन्हा ने भूख और बेरोजगारी से परेशान होकर आतमदाह कर लिया था, जिसकी 22 जुलाई को मौत हो गई. भाजयुमो रायपुर के जिला अध्यक्ष राजेश पांडेय और प्रदेश महामंत्री संजू नारायण सिंह ठाकुर के नेतृत्व में 2 सदस्यीय दल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम अपना 4 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा, जिसमें मृतक हरदेव सिन्हा के परिवार को मुआवजा देने की मांग है.
4 सूत्रीय मांग
- हरदेव सिन्हा की विधवा पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी.
- दोनों बेटियों की आजीवन निःशुल्क शिक्षा.
- हरदेव सिन्हा की बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिए 18 वर्ष की उम्र तक 5-5 लाख रुपए के फिक्स डिपॉजिट.
- उनके परिवार को तत्काल 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग.
भाजयुमो जिलाध्यक्ष राजेश पांडेय ने बताया कि एक युवक भूख और बेरोजगारी से परेशान होकर सीएम से मिलने पहुंचा था, लेकिन नहीं मिल पाने के कारण उसने खुद को आग लगा ली, जिससे उसकी मौत हो गई. भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि अब मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा. यह किसकी विफलता का परिणाम है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी आप कुछ भी करके उसके परिवार को हुई क्षति का भुगतान कीजिए. प्रदेश की भोलीभाली जनता को वादों का सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आए हैं, क्या हुआ आपका वादा. भाजयुमो ने बेरोजगारी भत्ता, शराबबंदी समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा.