रायपुर: बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हिंसा खिलाफ बुधवार को देशव्यापी धरना आंदोलन किया है. छत्तीसगढ़ भाजपा और मोर्चा-प्रकोष्ठों के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों, सांसदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराई है. छत्तीसगढ़ की भाजपा टीएमसी के खिलाफ कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी कार्यकर्ता अपने-अपने घर के बाहर धरने पर बैठे.
यहां वेंटिलेटर का सपोर्ट मरीज को भले न मिले, सियासत को तो भरपूर मिल रहा है !
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दीपक अंधारे अपने निवास बगिया में धरने पर बैठे.
- पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के निवास पर उनके साथ संगठन महामंत्री पवन साय, राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम और पूर्व मंत्री राजेश मूणत धरने पर बैठे.
- नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक अपने निवास बिल्हा में और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अपने निवास पर धरना पर बैठे.
- पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर सहित भाजपा के सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों के कार्यकर्ताओं ने बंगाल हिंसा के खिलाफ अपने-अपने निवास के बाहर धरना दिया.
पूर्व सीएम रमन सिंह ने की हिंसा की निंदा
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई है. प्रजातंत्र के इतिहास का सबसे कलंकित करने वाला अध्याय और दिन रहा है. चुनाव नतीजे आने के बाद से पश्चिम बंगाल में जैसी हिंसा हुई वैसी हिंसा देश के इतिहास में किसी सरकार के चुने जाने के बाद नहीं हुई. महिलाओं को घसीट कर घर से बाहर निकाला जा रहा है, उनके साथ दुष्कर्म जैसी शर्मनाक वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. युवकों की पीट-पीट कर हत्या की जा रही है.
गरीब भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों और झोपड़ियों को तोड़कर नष्ट किया जा रहा है. भाजपा कार्यालयों को आग के हवाले किया जा रहा है. हिंसा के विरोध में इस धरना का उद्देश्य यही है कि सबसे पहले पश्चिम बंगाल में हिंसा का दौर समाप्त हो. इस हिंसा में संलिप्त लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं में अपराध दर्ज हो. तृणमूल कांग्रेस के गुण्डों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए.