रायपुर: राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या मामले का पूरे देश में विरोध किया जा रहा है. इस बीच विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने 2 जुलाई को छत्तीसगढ़ बंद का ऐलान किया है. इसके साथ ही सर्व समाज और सामाजिक संगठन ने भी इस बंद का समर्थन किया (protest against murder of tailor in Udaipur Rajasthan) है. छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इस बंद को अपना समर्थन दिया है.
छत्तीसगढ़ बंद के समर्थन में सामाजिक संगठन : इस विषय में विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संतोष गोलछा का कहना है, "राजस्थान के उदयपुर में पिछले दिनों हुई घटना के विरोध में 2 जुलाई को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है, जिसका समर्थन सर्व समाज और सभी सामाजिक संगठनों के द्वारा दिया जा रहा है. इसके साथ ही चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी बंद कर समर्थन का आश्वासन दिया है."
सीजी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बंद का किया समर्थन: छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स ने छत्तीसगढ़ बंद को लेकर एक बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में उदयपुर में घटित घटना की घोर निंदा करते हुए विश्व हिन्दू परिषद छत्तीसगढ़ प्रांत से प्राप्त पत्र पर चर्चा की गई. जिसमें एक दिवसीय छत्तीसगढ़ बंद में चैम्बर से समर्थन मांगा गया. इस पर कार्यकारिणी ने एसोसिएशन से प्राप्त सुझाव एवं समर्थन के आधार पर इस बंद को समर्थन देने का फैसला लिया. शनिवार को दोपहर 2 बजे तक बंद का सीजी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने नैतिक समर्थन किया है. इस दौरान सब्जी, फल, दवाई, पेट्रोल पंप और अति आवश्यक सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया है.चैम्बर के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि "उदयपुर में जो घटना हुई है. वह एक सभ्य, सुसंस्कृत समाज को कलंकित करने वाली है. इस घटना ने समाज को हिलाकर रख दिया. चैम्बर प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है.
जमीनी स्तर पर करेंगे विरोध: विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संतोष गोलछा ने बताया, "दावत-ए- इस्लामी जो कि एक आतंकवादी संगठन है ऐसे लोगों को प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर जमीन दी जा रही है. जब-जब इस तरह का नोटिफिकेशन आता है, तो विश्व हिंदू परिषद ऐसे लोगों का विरोध सरकार से करती है. उनके आवंटित जमीन को रद्द करवा रही है. छत्तीसगढ़ के अलग-अलग स्थानों पर दावत-ए- इस्लामी संगठन के लोगों को जमीन दे रही है. आने वाले समय में विश्व हिंदू परिषद जमीनी स्तर पर इसका विरोध करेगी. 2 जुलाई को छत्तीसगढ़ में सांकेतिक और शांतिपूर्ण बंद का आह्वान है."
यह भी पढ़ें: उदयपुर में दर्जी की हत्या के विरोध में 2 जुलाई को छत्तीसगढ़ बंद की चेतावनी
उदयपुर की घटना से देश के लोगों में गुस्सा : राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना को लेकर छत्तीसगढ़ के साथ ही पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. जगह-जगह पर रैली निकालने के साथ पुतला दहन का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था. रायपुर में बीते दिनों घटना में शामिल आरोपियों का पुतला दहन करके बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने विरोध जताया था. विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि यह देश की पहली घटना नहीं है. ऐसे कई पर्व और त्योहार के समय शोभायात्रा निकाली जाती है. जिस पर भी हमले हुए हैं, जिसे रोकने की जरूरत है. जिस प्रकार से तालिबानी तरीके से हत्या हुई है और हत्यारों ने समाज को डराने के लिए वीडियो भी जारी किया है. उससे पूरा देश और सर्व हिंदू समाज आक्रोशित है. ऐसे आरोपियों के खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.