दुर्ग: दुर्ग संभाग की हाईप्रोफाइल दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस के लिए बुरी खबर आ रही है. कांग्रेस प्रत्याशी और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को बीजेपी प्रत्यशी ललित चंद्राकर ने 13 हजार मतों के अंतर से हराया है. इस बार दुर्ग जिले में कुल 69.36 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां कुल 69 प्रतिशत मतदान हुआ है.
कैसी है दुर्ग ग्रामीण की स्थिति : दुर्ग जिले की छह में से पांच विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. दुर्ग ग्रामीण विधानसभा भी उन्हीं सीटों में से एक है. जहां कांग्रेस से ताम्रध्वज साहू ने जीत दर्ज की थी. मौजूदा सरकार में ताम्रध्वज गृहमंत्री हैं. ताम्रध्वज साहू ने बीजेपी के जागेश्वर साहू को हराकर जीत दर्ज की है.यह विधानसभा वर्ष 2008 में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट अस्तित्व में आई. शुरुआत से ही इस सीट पर ओबीसी प्रत्याशी दावेदारी करते हैं. 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के प्रीतपाल बेलचंदन को हराया था. 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रमशीला साहू ने कांग्रेस की प्रतिमा चंद्राकार को हराकर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की. लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बदलकर दुर्ग लोकसभा सांसद ताम्रध्वज साहू को चुनाव मैदान में उतारा. कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू ने जीत दर्ज की और बीजेपी के जागेश्वर साहू को हरा दिया.
2018 के चुनाव परिणाम : 2018 के चुनाव में दुर्ग लोकसभा सांसद ताम्रध्वज साहू को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया था . कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू को 73 हजार 208 वोट मिले. बीजेपी के जागेश्वर साहू को 49 हजार 96 वोट मिले. ताम्रध्वज साहू ने 24 हजार 112 वोटों से जीत हासिल की थी. इस चुनाव में मंत्री रमशीला साहू की निष्क्रियता बीजेपी के हार का कारण बनीं थी.लेकिन मौजूदा समय में ताम्रध्वज साहू ने ग्रामीण क्षेत्र में कई विकास कार्य करवाकर पूरे क्षेत्र का नक्शा ही बदल दिया है.गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के ही प्रयासों से जिले को एक और नया रिसाली नगर निगम को सौगात मिली. जिससे दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में विकास तेजी हो सके.
दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के मुद्दे : इस विधानसभा में ओबीसी के होने के कारण यहां प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ओबीसी के मतदाता ही करते हैं. इस विधानसभा में साहू और कुर्मी समाज के मतदाता अधिक हैं. इसके अलावा अन्य समाज के लोग भी रहते हैं. विकास कार्यों के बाद भी दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में कई समस्याएं और मुद्दे हैं. जिसमें सबसे पहले उद्योगों में स्थानीय लोगों को रोजगार से वंचित रखना , प्रदूषण से ग्रामीण परेशान, पानी की समस्या,साफ सफाई का अभाव,अवैध कारोबार का संचालन,रिसाली नगर निगम में शामिल होने वाले गांव के ग्रामीणों में आक्रोश, शिवनाथ नदी से अवैध रेत का परिवहन जैसे मुद्दे शामिल हैं.