रायपुर : सशस्त्र सेना झंडा दिवस हर साल 7 दिसंबर को मनाया जाता है. 1949 में इसे पहली बार मनाया गया. भारतीय सेना की बहादुरी, त्याग व समर्पण के सम्मान और वीर शहीदों की स्मृति में मनाए जा रहे सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने का उद्देश्य सैनिकों और उनके परिवारों को हर संभव मदद देना है.
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Armed Forces Flag Day is a day to express gratitude to our armed forces and their families. India is proud of their heroic service and selfless sacrifice.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Do contribute towards the welfare of our forces. This gesture will help so many of our brave personnel and their families. pic.twitter.com/jqbemkbdRt
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Do contribute towards the welfare of our forces. This gesture will help so many of our brave personnel and their families. pic.twitter.com/jqbemkbdRtArmed Forces Flag Day is a day to express gratitude to our armed forces and their families. India is proud of their heroic service and selfless sacrifice.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2020
Do contribute towards the welfare of our forces. This gesture will help so many of our brave personnel and their families. pic.twitter.com/jqbemkbdRt
सशस्त्र सेना झंडा दिवस सेना में विषम और दुर्गम इलाकों में सेवारत सैनिकों, वीर शहीदों के परिवार व भूतपूर्व सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का उत्तम अवसर है. जिसमें सभी लोग दिल खोलकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में बढ़ चढ़कर योगदान दे सकते हैं. झंडा दिवस की यह राशि घायल सैनिकों के पुनर्वास, शहीद सैनिकों के परिवार को आर्थिक सहायता, भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाओं और पुनर्वास में उपयोग की जाती है.
सैनिकों के लिए दान की अपील: छत्तीसगढ़ सैनिक बोर्ड एवं संचालक सैनिक कल्याण के सचिव ब्रिगेडियर विवेक शर्मा, व्ही. एस. एम (से.नि), ने छत्तीसगढ़ के सभी लोगों से अपील की है कि शहीद सैनिकों की विधवाओं, भूतपूर्व सैनिकों और सेना में काम करने वाले सैनिकों और उनके आश्रितों के पुनर्वास और कल्याणकारी योजनाओं के लिये ज्यादा से ज्यादा दान दें.
दान की राशि से सैनिक परिवारों को मिलेगी मदद: सशस्त्र सेना झंडा दिवस सेना में विषम और दुर्गम इलाकों में सेवारत सैनिकों, वीर शहीदों के परिवार व भूतपूर्व सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का उत्तम अवसर है. जिसमें सभी लोग दिल खोलकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में बढ़ चढ़कर योगदान दे सकते हैं. झंडा दिवस की यह राशि घायल सैनिकों के पुनर्वास, शहीद सैनिकों के परिवार को आर्थिक सहायता, भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाओं और पुनर्वास में उपयोग की जाती है.
सैनिकों के लिए ऐसे करें दान: दान की गई राशि, आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 के अंतर्गत आयकर से मुक्त होगी. दान राशि सचिव, छत्तीसगढ़ के पूर्व सैनिकों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए समामेलित विशेष निधि’’ ए/सी नंबर- 20246292607 IFSC Code&IDIB000R518 के नाम पर भेजी जा सकती है. इसके अलावा पास के सैनिक कल्याण कार्यालय से सम्पर्क कर चेक/आरटीजीएस/ड्रॉफ्ट के माध्यम या बारकोड के द्वारा भी पेमेंट किया जा सकता है.