रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा. पहले चरण में 20 विधानसभा सीटों पर वोट पड़ेंगे. इन बीस सीटों पर कई जगह पर राजनीति के दिग्गज चुनावी मैदान में हैं.आज हम आपको बताएंगे वो कौन सी सीटें हैं, जहां पर पहले चरण के मतदान होने हैं. साथ ही जानेंगे किन सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी.
किन सीटों पर होगी वोटिंग ? : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान होंगे. जिसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी है.इन बीस सीटों पर बस्तर संभाग की 12 सीटें भी हैं, जहां ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर है. इस बार मुकाबला इसलिए भी रोचक है, क्योंकि मैदान में आम आदमी पार्टी और हमर राज पार्टी भी है. वहीं सीपीआई (एम) की उपस्थिति को दरकिनार करना बेमानी होगा. आईए सबसे पहले जानते हैं कि बस्तर की किन सीटों पर होंगे मतदान.
विधानसभा | बीजेपी | कांग्रेस |
बस्तर | मनीराम कश्यप | लखेश्वर बघेल |
जगदलपुर | किरणदेव सिंह | जीतिन जायसवाल |
नारायणपुर | केदार कश्यप | चंदन कश्यप |
कांकेर | आशाराम नेताम | शंकर ध्रुव |
कोंडागांव | लता उसेंडी | मोहनलाल मरकाम |
केशकाल | नीलकंठ टेकाम | संतराम नेताम |
दंतेवाड़ा | चेतराम अरामी | छविंद्र महेंद्र कर्मा |
अंतागढ़ | विक्रम उसेंडी | रुप सिंह पोटाई |
भानुप्रतापपुर | गौतम उईके | सावित्री मंडावी |
कोंटा | सोयम मुका | कवासी लखमा |
चित्रकोट | विनायक गोयल | दीपक बैज |
बीजापुर | महेश गागड़ा | विक्रम मंडावी |
मोहला-मानपुर | संजीव साहा | इंद्र शाह मंडावी |
खुज्जी | गीता घासी साहू | भोलाराम साहू |
पंडरिया | भावना बोहरा | नीलकंठ चंद्रवंशी |
कवर्धा | विजय शर्मा | मोहम्मद अकबर |
राजनांदगांव | रमन सिंह | गिरीश देवांगन |
डोंगरगढ़ | विनोद खांडेकर | हर्षिता स्वामी बघेल |
डोंगरगांव | भरतलाल वर्मा | दिलेश्वर साहू |
खैरागढ़ | विक्रांत सिंह | यशोदा वर्मा |
किन सीटों पर होगी कांटे की टक्कर ? :छत्तीसगढ़ की जिन बीस सीटों पर चुनावी टक्कर होनी है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री समेत मौजूदा सरकार के तीन मंत्रियों की किस्मत दांव पर लगी है. इनमें से कुछ सीट ऐसी हैं ,जहां इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होगा. बीजेपी की बात करें तो बीस में से 4 सीटों पर ही पार्टी ने पुराने प्रत्याशियों को टिकट दिया है. बाकी के 16 सीटों पर नए प्रत्याशियों को उतारा गया है. वहीं कांग्रेस ने 20 में से 10 सीटों पर ही पुराने उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. ऐसे में कई जगह कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी.आईए जानते हैं किन सीटों पर रोमांचक होगा मुकाबला ?
बस्तर संभाग में मंत्रियों की किस्मत दांव पर : बस्तर संभाग की 12 में से 2 सीटों पर मौजूदा सरकार में मंत्री दावेदारी ठोंक रहे हैं. जिसमें कोंडागांव से मोहन मरकाम हैं तो कोंटा से मंत्री कवासी लखमा. दोनों ही उम्मीदवारों को अपनी-अपनी जीत का भरोसा है.लेकिन जमीनी हकीकत क्या है आईए जानते हैं.
कोंटा : कोंटा विधानसभा की बात करें तो ये नक्सल प्रभावित इलाका है.यहां कवासी लखमा जीतते आए हैं.इस बार बीजेपी ने कोंटा में सोयम मुका को मैदान में उतारा है. सोयम मुका स्थानीय लोगों में काफी लोकप्रिय हैं.वहीं इसी विधानसभा सीट पर मनीष कुंजाम भी दावेदारी कर रहे हैं. जो सीपीआई की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पिछले चुनाव में मनीष कुंजाम किसी भी तरह की चुनौती नहीं दे सके थे.लेकिन इस बार मनीष का दावा है कि वो विधानसभा जरुर पहुंचेंगे.ऐसे में मंत्री कवासी लखमा के लिए कोंटा को जीतना बड़ी चुनौती मानी जा रही है.
कोंडागांव : कोंडागांव से इस बार पीसीसी चीफ से मंत्री बने मोहन मरकाम को कांग्रेस ने टिकट दिया है.लेकिन सर्वे की माने तो मोहन मरकाम के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का माहौल बनता दिख रहा है.पहले मोहन मरकाम से पीसीसी चीफ का पद छीना गया.बाद में उन्हें स्कूल शिक्षामंत्री बनाया गया.लेकिन जिस मंत्री से पद लिया गया,उन्हें भी इस विधानसभा चुनाव में मौका नहीं मिला है.मोहन मरकाम के विरुद्ध पूर्व मंत्री और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी चुनाव मैदान में है. लता उसेंडी को दो बार मोहन मरकाम हरा चुके हैं.लेकिन इस बार हवाओं का रुख कुछ और है.
चित्रकोट : इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर पीसीसी चीफ दीपक बैज को उतारा है.लेकिन जिस विधायक का टिकट काटा गया है उनके समर्थक चुनाव में बाजी पलटा सकते हैं.
बीजापुर : इस विधानसभा सीट पर महेश गागड़ा के विरुद्ध विक्रम मंडावी तीसरी बार मैदान में हैं. इस विधानसभा के अंदर कई बीजेपी नेताओं की हत्या हुई.धर्मांतरण का मुद्दा भी बीजापुर विधानसभा में छाया रहा.मौजूदा कांग्रेस विधायक के साथ अजय सिंह बगावती रुख अपनाएं हुए हैं. जो चुनाव में बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है.
नारायणपुर : बीजेपी ने पूर्व मंत्री केदार कश्यप को चुनावी मैदान में उतारा है.जिनके विरुद्ध कांग्रेस के चंदन कश्यप है. अबूझमाड़ में सात हजार से अधिक मसाहती पट्टा, घोटुल और देवगुड़ी बनाए गए हैं. मतांतरण को लेकर पूरे क्षेत्र में आदिवासी और मतांतरित समुदाय के बीच संघर्ष देखने को मिला था.अब चुनाव में ये बड़ा फैक्टर होगा.
दुर्ग संभाग में पूर्व सीएम और मंत्री आजमा रहे हैं किस्मत : वहीं दुर्ग संभाग की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, मंत्री मोहम्मद अकबर और संसदीय सचिव इंदरशाह मंडावी को चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
राजनांदगांव : राजनांदगांव में पूर्व सीएम रमन सिंह मौजूदा विधायक हैं.जिनके खिलाफ कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को टिकट दिया है. गिरीश देवांगन का विरोध नरेश डाकलिया ने किया था.लेकिन बाद में वो मान गए.ऐसे में नरेश डाकलिया का सपोर्ट कितना रहेगा.ये गिरीश देवांगन के चुनावी नतीजों पर दिखेगा.
कवर्धा : कवर्धा में मंत्री मोहम्मद अकबर कांग्रेस से दावेदारी कर रहे हैं.जिनके खिलाफ विजय शर्मा को टिकट मिला है. इस विधानसभा में धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ का मुद्दा गरमाया हुआ है.पहले भी दो समुदाय आमने-सामने आ चुके हैं.ऐसे में चुनाव में बड़ा असर होगा.
मोहला मानपुर: पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या का मुद्दा मोहला मानपुर में गर्मा गया है.इस विधानसभा से कांग्रेस ने संसदीय सचिव इंदरशाह मंडावी को टिकट दिया है.जिनके मुकाबले बीजेपी से संजीव साहा उतरेगे.नक्सली इलाका होने के कारण यहां वोटिंग प्रतिशत कम रहता है.लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या और नक्सली समस्या को लेकर चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है.
क्या है मौजूदा स्थिति ? : छत्तीसगढ़ में मौजूदा स्थिति की बात करें तो पहले चरण के मतदान के लिए जिन 20 सीटों पर मतदान होंगे.उनमें से 19 सीटें कांग्रेस की झोली में हैं.जबकि एक सीट राजनांदगांव बीजेपी के पास है.कांग्रेस का दावा है कि इस बार वो 20 में से 20 सीट जीतकर इतिहास रच देगी.वहीं बीजेपी की माने तो 20 सीटों में कांग्रेस की विदाई का कार्यक्रम शुरु हो जाएगा.