रायपुर : केंद्र शासन ने आर्म्स एक्ट 1959 के प्रावधानों में संशोधन किया है. संशोधित नियम 2019 के अनुसार अब एक लाइसेंस पर तीन बंदूक रखने वालों को अपनी एक बंदूक 13 दिसंबर 2020 तक नजदीकी पुलिस स्टेशन या शस्त्र विक्रेता के पास जमा करानी होगी. प्रदेश में बढ़ रहे क्राइम को देखते हुए जिला प्रशासन ने लाइसेंस के लिए आने वाले आवेदनों की जांच को और जटिल कर दिया है.
- जिले में छोटे-बड़े हथियारों के 1800 लाइसेंस जारी
- राजधानी में करीब 40 लोगों के पास एक लाइसेंस पर तीन बंदूक
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जिला प्रशासन ने पूरे जिले में छोटे-बड़े हथियारों के 1800 लाइसेंस जारी किए हैं. राजधानी में करीब 40 लोग ऐसे हैं, जो एक लाइसेंस पर तीन बंदूक रख रहे हैं. जिला प्रशासन ने ऐसे लोगों को एक बंदूक जमा करने के निर्देश जारी किए हैं. पहले खुद की सुरक्षा के लिए एक लाइसेंस पर 3 बंदूक रखने की अनुमति दी जाती थी, लेकिन शहर में बढ़ते अपराध को देखते हुए इसमें संशोधन किया गया है. अब एक लाइसेंस पर दो हथियार ही रख सकेंगे.
अब तक बंदूक खरीदी के नियम
आवेदनकर्ता जब प्रशासन के पास बंदूक के लाइसेंस के लिए आवेदन करता है तभी आवेदन में वह अपने कारणों को बताता है. इसके बाद किस तरह की बंदूक उसे चाहिए यह भी मेंशन करता है. इन सबके बाद प्रशासन के आदेश को देखते हुए दुकानदार आवेदककर्ता को बंदूक देता है.
मौजूदा बंदूक और उसकी कीमत
बंदूक | कीमत |
दोनाली बंदूक | 25000 रुपये |
राइफल बंदूक | 85000 रुपये |
पीतल बंदूक | 1,00,000 से 1,25,000 रुपये तक |
बंदूक शॉप के मालिक विनय दुबे ने बताया कि बंदूक बेचते समय वे आवेदनकर्ता से रीजनल लाइसेंस लेते हैं. उसे वेरीफाई करते हैं. उसके बाद आधार कार्ड, पैन कार्ड वेरीफाई कर कस्टमर को बंदूक दिया जाता है. फिलहाल नए नियम की जानकारी कस्टमर को दी जा रही है.