रायपुर: राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के अभिभाषण के बीच भाजपा विधायक ने राज्यपाल को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्य सचिव ने आपके खिलाफ हाईकोर्ट में केस किया है. यह सरकार राज्यपाल को मान्यता देती है कि नहीं? अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने कहा कि ''जिस राज्यपाल पर भरोसा नहीं , उनसे अभिभाषण पढ़वाया जा रहा है.''
छत्तीसगढ़ में संवैधानिक संकट की स्थिति: धरमलाल कौशिक ने भी सत्ता पक्ष पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि ''छत्तीसगढ़ में संवैधानिक संकट की स्थिति है.'' चंद्राकर ने कहा कि ''यह सरकार आप के नियमों और अधिकारों के खिलाफ कोर्ट गई है.'' शिवरतन शर्मा ने कहा कि ''प्रदेश की क्या स्थिति है, उसे जनता देख रही है.'' विधायक सौरभ सिंह ने अंग्रेजी में बताया कि ''यह सरकार राज्यपाल के खिलाफ कोर्ट गई है.''
विपक्ष के आरोप पर सत्ता पक्ष का पलटवार: विपक्ष के आरोप पर सत्ता पक्ष के लोगों ने भी जोरदार हमला बोला. सत्ता पक्ष के सदस्यों का कहना था कि यह राज्यपाल का अपमान है. हालांकि हंगामें के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ना शुरू कर दिया. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक जारी रही. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि ''विपक्ष का राज्यपाल से भरोसा उठ गया है.''
अंग्रेजी में अभिभाषण पढ़ने पर विपक्ष ने ली चुटकी: इससे पहले विधानसभा स्पीकर डॉ चरणदास महंत ने बताया कि ''राज्यपाल हिंदी और अंग्रेजी में अभिभाषण पढ़ेंगे.'' इसे लेकर भी विधायकों ने चुटकी ली. धर्मजीत ने कहा कि ''स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव के अलावा किसी को समझ नहीं आएगा कि राज्यपाल क्या बोल रहे हैं.'' बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ''किस समय में मेज थपथपाना है बता देना.''
हंगामें के बीच राज्यपाल का अभिभाषण: हालांकि सबके बीच राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन अपना भाषण पढ़ते रहे. राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने अभिभाषण में कहा कि ''मेरी सरकार ने छत्तीसगढ़ को नई आशा और विश्वास का गढ़ बनाया है. उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग के विकास के लिए सभी जरूरी काम किए हैं.
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राज्यपाल ने भूपेश सरकार की उपलब्धियों को गिनाया: राज्यपाल ने राज्य के किसानों के लिए साझेदारी करते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना , मोर जमीन मोर मकान ,ग्राम सड़क योजना, शिक्षा स्वास्थ्य और प्रदेश के विकास के लिए संचालित सभी योजनाओं का जिक्र कर भूपेश सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.
2023-24 का तृतीय अनुपुरक बजट सदन में पेश: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. आज सदन में कार्यमंत्रणा समिति के प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया. राज्यपाल के भाषण के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए तृतीय अनुपूरक बजट को सदन में पेश किया. 2 मार्च को अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी. आज सदन में बजट सत्र के दौरान चर्चा के लिए वक्त तय किया गया. जिसके तहत विधायकों और मंत्रियों को बजट पर चर्चा के लिए समय दिया गया. किसी को एक घंटा तो किसी को 2 घंटे का समय दिया गया है. 13 से 23 मार्च तक विधानसभा की कार्यवाही शाम 7 बजे तक चलेगी.