रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 खत्म होते ही कांग्रेस में एक्शन वार शुरू हो गया है. विधानसभा चुनाव के दौरान जिन घातियों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया अब उनको खुद पीसीसी चीफ नोटिस थमा रहे हैं. जिनको दीपक बैज की चिट्ठी मिली है उनसे 24 घंटे के भीतर पार्टी ने सफाई मांगी है. जिन लोगों से जवाब तलब किया गया है उनके अब पसीने छूट रहे हैं.
कांग्रेस में ऑपरेशन भितरघाती: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के बाद भितरघातियों की तलाश जारी है. सबसे बड़ा एक्शन बालोद के पूर्व जिला अध्यक्ष हलधर साहू पर गिरा है. कांग्रेस ने हलधर साहू को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. साहू पर चुनाव के दौरान पार्टी से गद्दारी और विरोधियों से दोस्ती दिखाने का आरोप है. बेलतरा में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव त्रिलोक श्रीवास को भी नोटिस दिया है. श्रीवास पर चुनाव के दौरान पार्टी नियमों का उल्लंघन,विरोधियों को मदद पहुंचाने का आरोप है. पामगढ़ विधानसभा सीट पर पार्टी विरोधी काम करने पर पुष्पा पाटले को नोटिस मिला. पाटले वर्तमान में राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य हैं.
चुनाव खत्म एक्शन शुरू: पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सबसे बड़ी कार्रवाई सक्ती में की. पार्टी ने यहां तीन बड़े नेताओं को नोटिस थमाया है और 24 घंटे के भीतर उनसे सफाई मांगी है. उनसे कहा गया है कि पार्टी विरोधी काम करने पर क्यों न उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए. सक्ती के पूर्व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष तारकेश्वर बघेल, कर्मकार कल्याण मंडल के सदस्य को नोटिस मिला है. पार्टी की कार्रवाई सिर्फ पुरुष नेताओं पर ही नहीं हुई. महिला नेत्री गीतांजली पटेल और पुष्पा पाटले पर भी हुई.
कांग्रेस में ऑपरेशन गद्दार: विधानसभा चुनाव में पार्टी से गद्दारी करने वाले नेताओं की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. जांच की आंच किस किसपर गिरती है ये देखना होगा. फिलहाल तो ये शुरुआत है, अभी और लोग नोटिस और निष्कासन की जद में आएंगे.