रायपुर: अयोध्या में आज राम मंदिर के लिए भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया. राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में इसका उत्साह देखने के मिला है. राजधानी स्थित दूधाधारी मठ में आज विशेष श्रृंगार किया गया है. इस तरह का श्रृंगार साल में केवल 3 बार ही किया जाता है लेकिन आज के विशेष दिन के महत्व को देखते हुए ऐसा पहली बार हुआ है जब यहां पर विशेष श्रृंगार किया गया है.
महंत रामसुंदर दास ने बताया कि यह ऐतिहासिक क्षण है और इसका इंतजार लंबे समय से लोगों ने किया है. छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. उन्होंने कहा कि राम जी छत्तीसगढ़ के भांचा हैं. आज यहां पर एक विशेष तरीके का श्रृंगार किया है जहां आज दिन भर पूजा-अर्चना चलती रहेगी, सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा और जब शाम को सूर्यास्त होगा तो उस समय ढाई हजार दीयों के साथ दीप उत्सव मनाया जाएगा.
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इधर, संसदीय सचिव और विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि आज बेहद खुशी का दिन है. जिस तरीके से उत्तर प्रदेश में यह जोश देखने को मिल रहा है वैसा ही जोश छत्तीसगढ़ के लोगों में भी है. छत्तीसगढ़ में भी दिवाली और दशहरा की तरह का जश्न देखने को मिल रहा है. राम मंदिर के निर्माण से लोग बेहद खुश है और सभी इसकी तैयारी कर रहे हैं. संगीत सम्राट दिलीप सारंगी ने बताया कि यह दिन बेहद ही खास है. लंबे समय से लोग इस दिन का इंतजार कर रहे थे.
'इस ऐतिहासिक दिन के हम सभी साक्षी हैं'
समिति का कहना है कि 5 अगस्त का शुभ दिन हम सबके लिए महत्वपूर्ण और विशेष दिन के रूप में सदैव याद किया जाएगा. इस ऐतिहासिक फैसले के हम सभी साक्षी हैं. यह बहुत ही गर्व की बात है. उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने घर-आंगन में रंगोली डालें और घर, दुकान, ऑफिस, कार्यस्थल, फैक्ट्री सभी स्थानों पर ज्यादा से ज्यादा दीपक जलाएं. साथ ही घर के आसपास मंदिर में आरती करें. उन्होंने आगे कहा कि सभी को भूमिपूजन उत्सव की बधाई दें. भारत वर्ष को ही नहीं पूरे विश्व को हिन्दू धर्म की शक्ति से परिचित कराएं.
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500 साल बाद की सबसे भाग्यशाली पीढ़ी
समिति के सदस्य हनी गुप्ता ने कहा कि 5 अगस्त (बुधवार) यह वह दिन होगा, जिस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जन्मस्थान सरयू के तट अयोध्या की पावन भूमि पर भगवान श्रीराम के भव्य राम मंदिर निर्माण का भूमिपूजन होगा. हम 500 साल बाद की सबसे भाग्यशाली पीढ़ी हैं, जो हिन्दू स्वाभिमान की पुनर्स्थापना देखेंगे. उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले सभी कारसेवकों को हमारा शत शत नमन.