रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगातार ऑनलाइन अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस साइबर क्राइम को लेकर काफी अलर्ट हो गई है. ऑनलाइन अपराधियों पर कड़ी नजर रख रही है. आजकल लोग ऑनलाइन शॉपिंग ज्यादा कर रहे हैं. इस वजह से अपराधी भी हाईटेक तरीके से उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं.
ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त आपके मोबाइल पर ओटीपी (OTP) जेनरेट होता है. इसका मतलब वन टाइम पासवर्ड होता है. कई लोग इसे शेयर कर देते हैं. जिससे अपराधी को अपराध करने में और आसानी हो जाती है. ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त कई लोग ऑनलाइन पेमेंट करते हैं. इस वजह से उनके डिटेल अपराधियों के पास चल जाते हैं. जिसके बाद अपराधी आसानी से ऑनलाइन ठगी को अंजाम देते हैं.
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किसी भी शॉपिंग साइट में जब आप शॉपिंग करते हैं, तो अपराधी आपसे आपका पर्सनैलिटी इंफॉर्मेशन मांगता है. अगर वह आपने रजिस्टर कर दिया तो आपका पर्सनल इंफॉर्मेशन मोबाइल के एप्लीकेशन में सेव हो जाता है. इससे वह इंफॉर्मेशन लीक होने का भी खतरा रहता है.
कई बार अपराधी मोबाइल एप्लीकेशन में रजिस्टर लोगों के पर्सनल इंफॉर्मेशन को निकालकर उन्हें ब्लैकमेल भी करते हैं.
ऐसे हो सकता है बचाव
- किसी भी हालत में अपना पर्सनल इंफॉर्मेशन कभी अपने मोबाइल में सेव न करें न ही रजिस्टर करें.
- ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त कभी भी जेनरेट होने वाली ओटीपी (OTP) किसी से शेयर न करें.
- अपना पर्सनल यूजर आईडी किसी अन्य मोबाइल या कंप्यूटर में न खोलें.
- किसी से भी अपने पर्सनल इनफॉरमेशन शेयर न करें.
- ऑनलाइन पेमेंट या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय हमेशा सतर्क रहें.
- वाट्सएप मैसेज या नॉर्मल मैसेज में आए अननोन लिंक पर क्लिक न करें.
- ऑथराइज एप्लीकेशन पर ही ट्रांजेक्शन करें.