रायपुर : दिवाली का त्यौहार इस बार पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया (Diwali in raipur) हैं. एक तरफ जहां दिवाली के मौके पर घरों में जगमगाते लाइट नजर आए वहीं रात पटाखों की रोशनी से आसमान रौशन हुए. इस बार कोरोना का प्रभाव कम होने से 2 साल बाद पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से दिवाली का त्यौहार मनाया गया है. वहीं दिवाली के मौके पर पटाखों से हुई दुर्घटनाएं भी देखने को मिली. अक्सर लोग दिवाली के मौके पर नशे की हालत में या जानबूझकर हाथों में रखकर पटाखे जलाते हैं. जिससे दुर्घटनाओं की आशंका भी रहती है.रायपुर के डीकेएस अस्पताल में दिवाली के दिन ऐसे ही 4 मामले देखने को (Cases of burn while casually lighting firecrackers) मिले.
हाथ पर फटा अनार : डीकेएस के डिप्युटी मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ हेमंत शर्मा ने बताया " दिवाली की रात चार पटाखों से जलने के कैसे से आए हैं. जिसमें एक महिला और तीन पुरुष है. सभी की उम्र 35 साल से ज्यादा है.चारों में जलने के जो मामले हैं इसमें अनारदाना हाथ में जलाने के मरीज (lighting firecrackers on Diwali ) हैं. हाथ में पकड़कर अनारदाना जलाते वक्त अनारदाना हाथ में फट जाने से हाथ जल गया है. सभी का उपचार किया जा रहा है. फिलहाल खतरे वाली कोई बात नहीं है. "
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पटाखा जलाते वक्त ऐसे बरतें सावधानी
• छोटे बच्चों के पटाखे जलाते वक्त किसी बड़े का आसपास होना जरूरी
• पटाखा जलाने के बाद निश्चित दूरी रखना जरूरी
• कभी पटाखे को लाइटर या माचिस से ना जलाएं
• पटाखा जलाते वक्त पानी और रेत आसपास जरूर रखें
• पटाखा ना जलने पर उसे दोबारा जलाने की कोशिश ना करें
• बारूद को जलाने की कोशिश ना करें