रायपुर: छत्तीसगढ़ में बड़ा फैसला लिया गया है. प्रदेश में आम लोगों से बदसलूकी करने पर पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने के साथ ही दोषी पाए जाने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा.
उरला थाना प्रभारी नितिन उपाध्याय की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए डीजीपी को कार्रवाई के लिए कहा था. जिसपर डीजीपी डीएम अवस्थी ने सभी आला अधिकारियों निर्देशित किया है कि बदसलूकी के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया जाए इसके साथ ही केस भी दर्ज हो.
सीएम ने कहा कि 'पुलिस का व्यवहार आम नागरिकों से सम्मानजनक और सहानुभूतिपूर्ण होना चाहिए'. इसके पहले उरला टीआई के वायरल वीडियो मामले में भी सीएम ने ट्वीट किया था कि ऐसी अमानवीयता स्वीकार नहीं होगी.
DGP ने जारी किए आदेश
इस मामले में DGP डीएम अवस्थी का कड़ा रूख सामने आया है. DGP डीएम अवस्थी ने सभी IG और SP को निर्देश दिया है कि वो पुलिस अधिकारी और कर्मचारी को स्ट्रिक्टली कंट्रोल में रखे. डीजीपी ने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी और अधिकारी अगर किसी आमजन या राहगीर से दुर्व्यवहार करता है या मारपीट करता है, तो उसे ना सिर्फ उसे तत्काल सस्पेंड किया जाएगा, बल्कि FIR दर्ज भी दर्ज की जाएगी. DGP अवस्थी ने इस बाबत पत्र जारी कर साफ नसीहत दी है कि पहले भी इस बात का निर्देश पुलिसकर्मियों को दिया गया था कि वो आम जनता के साथ सम्मान और सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करें.
क्या था मामला-
- उरला टीआई नितिन उपाध्याय का पिटाई करते दो वीडियो वायरल हुए थे.
- सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हुई थी.
- सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर टीआई को छुट्टी पर भेजे जाने और विभागीय जांच की बात लिखी थी.
- सोमवार को नितिन उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया था.