रायपुर: पुलिस आरक्षक के पद पर भर्ती के नाम पर CAF जवान पर 12 लाख रुपए की ठगी करने का आरोप लगा है. चंदखुरी में पदस्थ ट्रेड आरक्षक मिथिलेश कुमार ने CAF के दो आरक्षकों के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है. फिलहाल दोनों आरोपी CAF आरक्षक फरार हैं.
पढ़ें:सरकारी नौकरी के नाम पर 22 लोगों से 78 लाख की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, चंदखुरी में पदस्थ ट्रेड आरक्षक मिथिलेश कुमार जून 2019 में आरक्षक प्रमोद रजक और आरक्षक विजय राय से मिले. प्रमोद ने डीजी से पहचान होने की बात कहते हुए ट्रेड आरक्षक मिथिलेश कुमार को CAF और जिला बल में भर्ती करवाने का भरोसा दिया, इसके लिए एडवांस में एक से दो लाख रुपए रिश्वत लेने की बात कही.
सुरक्षाबलों ने की 12 लाख रुपये की ठगी
मिथलेश कुमार ने पहचान वाले कई लोगों की नौकरी लगाने के लिए दोनों आरक्षकों को रिश्वत के तौर पर 12 लाख रुपए दिए थे, इसके बाद जब मिथिलेश ने आरक्षक को फोन किया तो नंबर बंद बताया, जिसके बाद मिथिलेश ने आरोपी आरक्षक प्रमोद रजक और विजय कुमार राय के खिलाफ आरक्षक के पद पर नौकरी लगाने के नाम से 12 लाख रुपये की ठगी करने की शिकायत शुक्रवार को थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की जांच के बाद दोनों आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया है. फिलहाल दोनों आरोपी आरक्षक फरार चल रहे हैं.