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कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत मंत्री पद से दिया इस्तीफा - कैबिनेट मंत्री सिंहदेव ने पंचायत विभाग से दिया इस्तीफा

Cabinet minister ts singhdev resigns:छत्तीसगढ़ की राजनीति की इस वक्त की सबसे बड़ी खबर रायपुर से आ रही है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा दे (TS Singhdeo resigns from post of Panchayat Minister) दिया है. सिंहदेव अपने प्रभार वाले बाकी विभागों में कैबिनेट मंत्री के रूप में बने ( ts singhdev resigns from panchayat minister) रहेंगे.

Cabinet minister ts singhdev resigns from panchayat minister
टीएस सिंहदेव ने पंचायत मंत्रीपद से दिया इस्तीफा
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Published : Jul 16, 2022, 6:55 PM IST

Updated : Jul 16, 2022, 7:05 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव ने पंचायत विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया (TS Singhdeo resigns from post of Panchayat Minister) है. टी एस सिंहदेव ने अपना इस्तीफा पंचायत विभाग से दिया ( ts singhdev resigns from panchayat minister) है. उन्होंने सीएम को इस्तीफा भेजा है. सूत्रों के मुताबिक सिंह देव इस बात से नाराज थे कि उनके आदेश का पालन विभाग में नहीं हो रहा है. सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा सौंप दिया है. टीएस सिंहदेव के पास अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीससूत्रीय, वाणिज्यिक कर (जीएसटी) का प्रभार है.

कौन हैं टीएस सिंहदेव: राज परिवार में जन्मे सिंहदेव ने भोपाल के हमीदिया कॉलेज से इतिहास विषय में एमए (MA in History) किया है. सरगुजा रियासत (princely state) के महाराजा टीएस सिंहदेव के राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 1983 में अंबिकापुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष (President of Municipal Council) चुने जाने के साथ हुई. वह 10 साल तक इस पद पर बने रहे. मौजूदा दौर में सिंहदेव अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. सिंहदेव 2008 से लगातार अंबिकापुर से जीतते हुए आ रहे हैं. 2013 विधानसभा चुनावों में वह सबसे अमीर उम्मीदवार थे. सिंहदेव करीब 500 करोड़ से अधिक संपत्ति के मालिक हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस की तरफ से घोषणा पत्र बनाने का काम किया था. उन्हें छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की घोषणा पत्र कमेटी का चेयरमैन बनाया गया था.

ये भी पढ़ें: हसदेव मामले में भूपेश बघेल के समर्थन के बाद भी क्यों खुश नहीं सिंहदेव ?

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के बाद सिंहदेव को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया: प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी लेकिन सिंहदेव मुख्यमंत्री नहीं बन सके. पार्टी ने भूपेश बघेल को सीएम की कुर्सी सौंप दी और टीएस सिंहदेव मंत्री बनाए गए. छत्तीसगढ़ की सियासत में यह मुद्दा काफी चर्चा में रहा है. ढाई-ढाई के सीएम के फॉर्मूले की बात ने भी बीच में काफी जोर पकड़ा. नौबत यहां तक पहुंच गई कि छत्तीसगढ़ के विधायकों की दिल्ली परेड तक हो चुकी है. एक वक्त तो यह भी लगने लगा था कि अब छत्तीसगढ़ की कमान सिंहदेव के हाथ में सौंप दी जाएगी. लेकिन फिर यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. गाहे-बगाहे सिंहदेव के नाराज होने की खबरें अब भी आते रहती हैं. सिंहदेव का इस्तीफे को भी इसी मसले से जोड़कर देखा जा रहा है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव ने पंचायत विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया (TS Singhdeo resigns from post of Panchayat Minister) है. टी एस सिंहदेव ने अपना इस्तीफा पंचायत विभाग से दिया ( ts singhdev resigns from panchayat minister) है. उन्होंने सीएम को इस्तीफा भेजा है. सूत्रों के मुताबिक सिंह देव इस बात से नाराज थे कि उनके आदेश का पालन विभाग में नहीं हो रहा है. सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा सौंप दिया है. टीएस सिंहदेव के पास अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीससूत्रीय, वाणिज्यिक कर (जीएसटी) का प्रभार है.

कौन हैं टीएस सिंहदेव: राज परिवार में जन्मे सिंहदेव ने भोपाल के हमीदिया कॉलेज से इतिहास विषय में एमए (MA in History) किया है. सरगुजा रियासत (princely state) के महाराजा टीएस सिंहदेव के राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 1983 में अंबिकापुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष (President of Municipal Council) चुने जाने के साथ हुई. वह 10 साल तक इस पद पर बने रहे. मौजूदा दौर में सिंहदेव अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. सिंहदेव 2008 से लगातार अंबिकापुर से जीतते हुए आ रहे हैं. 2013 विधानसभा चुनावों में वह सबसे अमीर उम्मीदवार थे. सिंहदेव करीब 500 करोड़ से अधिक संपत्ति के मालिक हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस की तरफ से घोषणा पत्र बनाने का काम किया था. उन्हें छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की घोषणा पत्र कमेटी का चेयरमैन बनाया गया था.

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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के बाद सिंहदेव को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया: प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी लेकिन सिंहदेव मुख्यमंत्री नहीं बन सके. पार्टी ने भूपेश बघेल को सीएम की कुर्सी सौंप दी और टीएस सिंहदेव मंत्री बनाए गए. छत्तीसगढ़ की सियासत में यह मुद्दा काफी चर्चा में रहा है. ढाई-ढाई के सीएम के फॉर्मूले की बात ने भी बीच में काफी जोर पकड़ा. नौबत यहां तक पहुंच गई कि छत्तीसगढ़ के विधायकों की दिल्ली परेड तक हो चुकी है. एक वक्त तो यह भी लगने लगा था कि अब छत्तीसगढ़ की कमान सिंहदेव के हाथ में सौंप दी जाएगी. लेकिन फिर यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. गाहे-बगाहे सिंहदेव के नाराज होने की खबरें अब भी आते रहती हैं. सिंहदेव का इस्तीफे को भी इसी मसले से जोड़कर देखा जा रहा है.

Last Updated : Jul 16, 2022, 7:05 PM IST
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