रायपुर: भाठागांव स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल (Inter State Bus Terminal Raipur) से यात्री बसों का संचालन 15 नवंबर से शुरू हो गया है. नए बस स्टैंड में बस कर्मचारी कल्याण संघ (Bus Employees Welfare Union) को जगह नहीं मिल पाई है. जिसके कारण बस कर्मचारियों में नाराजगी (raipur bus workers union angry) और आक्रोश है. बस कर्मचारी कल्याण संघ का कार्यालय वर्तमान में पुराना बस स्टैंड पंडरी में है.
लोकार्पण के बाद भी शुरू नहीं हुआ भाटागांव का इंटर स्टेट बस टर्मिनल
टेंडर प्रक्रिया के तहत ले सकते हैं जगह
भाठागांव शिफ्ट होने से पहले पंडरी बस स्टैंड से बसों का संचालन होता था. ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए तत्कालीन भाजपा सरकार ने भाटागांव में लगभग 50 करोड़ रुपए की लागत से नए बस स्टैंड का निर्माण कराया. इंटर स्टेट बस टर्मिनल (Inter State Bus Terminal Raipur) में ट्रैवल एजेंसी समेत दूसरे लोगों को जगह आवंटित कर दी गई है. नगर निगम के अपर आयुक्त सुनील कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि बस कर्मचारी कल्याण संघ (Chhattisgarh Bus Employees Welfare Association) टेंडर प्रक्रिया में भाग लेकर अपने लिए जगह आरक्षित करवा सकते हैं. पंडरी में उन्हें ऑफिस के लिए कोई जगह नहीं थी, लेकिन अस्थाई तौर पर बस कर्मचारियों ने वहां अपना ऑफिस बना रखा है.
1985 में खुला था बस स्टैंड
साल 1985 में पंडरी में बस स्टैंड की शुरुआत हुई थी. पंडरी से रोजाना सैकड़ों की तादाद में बसों का संचालन शुरू हुआ था. उस समय बस कर्मचारी कल्याण संघ (Bus Employees Welfare Union) का पंडरी बस स्टैंड में अपना एक ऑफिस और बसों में काम करने वाले कर्मचारी, ड्राइवर और कंडक्टर के रूकने के लिए विश्रामगृह या फिर रैन बसेरा हुआ करता था. बस ड्राइवर और कंडक्टर रैन बसेरा में विश्राम किया करते थे. लेकिन नए बस स्टैंड भाटागांव में उन्हें न ही ऑफिस के लिए जगह मिली है और न ही कंडक्टर और ड्राइवरों को आराम के लिए जगह मिली है. जिसके कारण उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कर्मचारी संघ में नाराजगी
इंटर स्टेट बस टर्मिनल (Inter State Bus Terminal Raipur) में बस कर्मचारी कल्याण संघ (Chhattisgarh Bus Employees Welfare Association) के लिए जगह आवंटित करने के लिए नगर निगम ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करने की शर्त रखी है. ऐसे में बस कर्मचारी कल्याण संघ टेंडर प्रक्रिया की नियम और शर्तों को पूरा करेगा या नहीं ये देखने वाली बात होगी? लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि जगह नहीं मिलने से बस कर्मचारी कल्याण संघ में जमकर नाराजगी देखने को मिल रही है.